उदयपुर। शहर की प्रतापनगर थाना पुलिस ने एक ई-कामर्स कंपनी में काम करने के दौरान उसी कंपनी के करोड़ों का चूना लगाने वाले मैनेजर को गिरफ्तार किया है। कंपनी के प्रोपराईटर ने इस मामले में मैनेजर की पत्नी व एक सीए के खिलाफ भी मामला दर्ज करवाया था, जिसकी जांच चल रही है।
पुलिस के अनुसार एक ई-कामर्स कंपनी के प्रोपराईटर जयेश केवलानी ऑफिस सद्भाव नगर सुखेर रोड़ प्रतापनगर ने अपने ही यहां पर काम करने वाले मैनेजर दीपक पुत्र मुरलीधर आचार्य निवासी मालियों का मोहल्ला कोठारिया राजसमंद हाल कालकामाता रोड़ इसकी पत्नी मोनिका आचार्य, नवीन कुमार यादव चार्टेड अकाउंटेंट नवीन कुमार यादव एण्ड एसोसिएट फर्स्ट फ्लोर श्याम एनक्लेव नाथद्वारा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
दर्ज प्रकरण में बताया कि वह ई-कामर्स के माध्यम से ऑन लाईन व्यवसाय कर रहा है। इस व्यवसाय में दीपक आचार्य मैनेजर के पद पर रखा था। उसे सीए की आवश्यकता होने पर दीपक ने ही उसका परिचय नवीन कुमार यादव से करवाया था। इसके बाद नवीन कुमार इस कंपनी के अकाउंट देख रहा था दीपक कुमार ने कोरोना के समय में भी काम किया था, जिससे उसे माल क्रय करना, पैकेजिंग ट्रांसपोर्ट, ऑन लाईन लिस्टिंग, विक्रय का पूरा ज्ञान हो गया था। इस दौरान उसे पता चला कि कंपनी में लगातार घाटा हो रहा है तो उसने सीए से बात की तो उसने बताया कि कंपनी फायदे में चल रही है, जबकि उसे माल क्रय करने के लिए बैंक से लोन लेना पड़ रहा था। शंका होने पर उसने एक कंपनी से सॉफ्टवेयर खरीदा जो कम्प्यूटर की हर जानकारी का विडियों बना लेता है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से उसे पता चला कि दीपक ने अपने नाम से इ-कामर्स का व्यवसाय करने वाली एक कंपनी का गठन कर लिया है और उसी के ऑफिस में ही बैठकर अपनी कंपनी के लिए काम कर रहा था।
आरोपी दीपक ने मामा अर्थ नामक एक कंपनी को 66 लाख 41 हजार 459 रूपए देकर उसी तरह से माल खरीदा, जिस तरह से प्रार्थी की कंपनी खरीदती थी। इस कंपनी से दिसम्बर में उसका कॉन्ट्रेक्ट होने वाला था पर आरोपी दीपक ने बताया कि मामा अर्थ कंपनी को उसके साथ काम करना पसंद नहीं है जिससे उसे लाखों रूपए का नुकसान हुआ। पीड़ित ने बताया कि दीपक ने अपनी पत्नी के नाम से द शिपिंग सेंटर्स के नाम से कंपनी बनाई। एक सेल्स ऐजेन्ट के माध्यम से यूएई में प्रार्थी की कंपनी द्वारा सप्लाई किए जा रहे माल की लिस्ट भेजकर यूएई में खुद का काम शुरू कर दिया। दीपक ने काम करते हुए खुद का एक प्रॉडक्ट लांच कर दिया।
इस ब्रांड का माल आरोपी ने एक अन्य कंपनी से खरीदा और इस कंपनी को 46 लाख 21 हजार 716 रूपए का भुगतान भी आरोपी ने अपनी पत्नी की कंपनी को किया है। पीड़ित ने बताया कि पहले उसकी कंपनी जी एक्सप्रेस लॉजिस्टिक से माल डिलीवर करती थी, लेकिन बाद में बताया कि इस कंपनी ने उदयपुर में अपना ऑफिस खोल दिया है और यह कंपनी द शिपिंग सेंटर्स नाम से उदयपुर में व्यवसाय कर रही हैं। उसने आरोपी पर भरोसा किया और द शिपिंग के खाते में लगातार भुगतान कर 2 करोड़ 3 लाख 88 हजार 660 रूपए का भुगतान कर चुका है। इस दौरान उसे पता चला कि आरोपी कंपनियों द्वारा भेजे जा रहे बिल के वजन व बिल की राशी में गड़बड़ी कर रहा है और वजन व बिल की राशी को बढ़ाकर कंपनी को लाखों रूपए का चूना लगा चुका है।
इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी सीए नवीन कुमार यादव को थी, पर उसने कभी उसे इस बारे में नहीं बताया। आरोपी ने इस तरह से उसके साथ डेढ़ करोड़ रूपए का ठगी की। मामला दर्ज होने पर पुलिस ने जांच करते हुए इस मामले में आरोपी कंपनी के मैनेजर दीपक पुत्र मुरलीधर आचार्य निवासी मालियों का मोहल्ला कोठारिया राजसमंद हाल कालकामाता रोड़ को गिरफ्तार किया, जिससे पूछताछ की जा रही है। मामले में आरोपी की पत्नी मोनिका आचार्य व चार्टेड अकाउंटेंट नवीन कुमार यादव की भूमिका की जांच की जा रही है।