सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने मुख्यमंत्री से की मांग
उदयपुर। सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी एवं स्पोर्ट्स कॉलेज के खेलगांव में स्थापित किए जाने की मांग की है। रावत ने इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी व खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार ने बजट में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी एवं संभाग स्तर पर ‘स्पोर्ट्स कॉलेज’ खोले जाने की घोषणा की गई है।
सांसद ने कहा कि उनका लोकसभा क्षेत्र उदयपुर मुख्यतः मेवाड़ के अन्तर्गत ही आता है। मेवाड़ की पहचान ही महाराणा प्रताप से है। यहां का समृद्ध इतिहास वीरशिरोमणि महाराणा प्रताप के साथ जुड़ा हुआ है। मेवाड़ की माटी का हर कण महाराणा प्रताप के शौर्य से धनी हुआ है। महाराणा प्रताप की जन्म एवं कर्मभूमि मेवाड़ में उदयपुर जिला ‘महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए सर्वथा उपयुक्तता रखता है। मेवाड़ की जनभावनाओं व अनवरत इतिहास को जीवंत रखने के लिए यही समुचित रहेगा कि उक्तानुसार प्रस्तावित विश्वविद्यालय का मुख्यालय उदयपुर जिले में रखा जाए । यह क्षेत्र देश के प्रमुख शहरों से सड़क, रेल एवं वायुमार्ग से सीधे जुड़ा हुआ हुआ है। जिससे कि आवागमन के सभी प्रमुख साधन भी यहां उपलब्ध है।” मेवाड़ के सकल समाज में विद्यमान आदर भाव इसे और अधिक पुख्ता करता है।
घुड़सवारी, तीरंदाजी, वॉटर स्पोर्ट्स, पर्वतारोहण व साहसिक खेल महाविद्यालय भी खुले
सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा अनुरूप संभाग मुख्यालयों पर प्रस्तावित स्पोर्ट्स कॉलेज के क्रम में उदयपुर जिला मुख्यालय पर घुड़सवारी, तीरंदाजी, वॉटर स्पोर्ट्स, पर्वतारोहण व साहसिक खेल महाविद्यालय खोले जाने की भी प्रस्ताव रखे हैं। इन कारणों से
तीरंदाजी खेल महाविद्यालय भी खोले
यह क्षेत्र अधिकांशतः आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। स्थानीय प्रतिभाओं की तीरंदाजी क्षेत्र में रूचि रही है। क्षेत्र से इस तीरंदाजी में बहुत सी प्रतिभाएं राष्ट्र एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी गई है। उदयपुर के झाडोल क्षेत्र से लिंबाराम द्वारा तीरंदाजी में तीन बार ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वे राष्ट्रीय कोच भी रहे। अतः उदयपुर में तीरंदाजी एवं शूटिंग खेल सुविधा के लिए ‘तीरंदाजी खेल महाविद्यालय’ उदयपुर में स्थापित किया जाना प्रासंगिक है।
वाटर स्पोर्ट्स महाविद्यालय
उदयपुर जिले में कई विश्वप्रसिद्ध झीलें है, जिनमें पिछोला, फतहसागर, जयसमन्द, उदयसागर, बडी तालाब प्रमुख है। ये झीलें वर्ष पर्यन्त पानी से भरी रहती है। इन झीलों में वाटर स्पोर्ट्स की सुविधाओं के लिए ‘वाटर स्पोर्ट्स महाविद्यालय’ उदयपुर में खोला जाना प्रासंगिक है।
पर्वतारोहण एवं साहसिक खेल महाविद्यालय
उदयपुर क्षेत्र अरावली पर्वत श्रृंखला से चारों ओर से घिरा हुआ है। इन पहाड़ी क्षेत्रों में पर्वतारोहण एवं अन्य साहसिक खेलों के लिए भी उदयपुर में महाविद्यालय खोले जाने की असीम संभावनाएं है।