उदयपुर में गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर के आसपास के पहाडो पर आग लगने की घटनाएं बढ़ रही है। इससे पहाडो में रहने वाले जीव जन्तुओं पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को शहर के समीप बिछडी पंचायत के आबादी क्षेत्र समीप झांडियो में एक तेंदुए के फंसने से अफरा तफरी का माहौल हो गया। बिछडी गांव की सीमा के समीप झांडियो में फंसे तेंदुए को जब लोगों ने देखा तो वहीं पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। तेंदुए के झांडियो में फंसने की सूचना आग की तरह कुछ ही देर में पूरे गांव में फैल गई। इससे मौके पर कई लोग जमा हो गए। मौके पर पहुंचे लोगों ने तेंदुए के झांडियो में फंसे होने की सूचना जनप्रतिनिधियों ने दी।

इसके बाद जनप्रतिनिधियों ने प्रतापनगर थाना सहित वन विभाग को सूचना दी। इस पर प्रतापनगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबसे पहले तेंदुए को देखने के लिए जमा हुई भीड़ को वहां से हटाया ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनि घटना नहीं हो। पुलिस ने भी मौका स्थिति देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों को तेंदुए के घायल होने की सूचना दी। इस पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू टीम ने तेंदुए को ट्रेक्यूलाइज करते हुए उसे पिंजरे में रखकर हॉस्पिटल ले जहां पर उसका इलाज जारी था।
शिकार की तलाश में तेंदुआ पहुंच गया था गांव की सीमा में
ग्रामीणों की माने तो आसपास के पहाड़ो में आगजनी की घटनाएं बढ़ने की वजह से सैकड़ो की संख्या में जंगली जीव जंतुओं को नुकसान पहुंचा और तेंदुए को शिकार के लिए कुछ नहीं मिला तो तेंदुआ शिकार की तलाश में बीती रात को गांव की सीमा के समीप पहुंच गया लेकिन झांडियो में लोहे के तार होने की वजह से तेंदुआ उसमें फंस गया और घायल हो गया। घायल तेंदुआ वहां से भाग नहीं सका और जब शुक्रवार को लोगों ने उसे देखा तो वह उन्हें देख गुर्राने लगा। इस पर ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। लोगों की सूचना के करीब एक घंटे बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए का रेस्क्यू कर लिया।