उदयपुर शहर से सटी ग्राम पंचायत बड़ी के ग्रामीणों को उस समय राहत मिली जब एक बार फिर तेंदुए पिंजरे में कैद हो गया। इस गांव में पिछले करीब तीन महीने से तेंदुए के आंतक से ग्रामीण परेशान थे और आए दिन तेंदुआ मवेशियों का शिकार कर रहा था। इससे पहले 17 अगस्त को एक तेंदुआ उसमें फंस गया जिसे बाद में दूसरे जंगल में छोड़ा गया। 35 दिन बाद गुरूवार सवेरे ब्रह्मपुरी के पीछे आमली वाला मोहल्ला में लगे पिंजरे में तेंदुआ फंस गया। सुबह 6 बजे उस क्षेत्र से निकले कुछ ग्रामीणों को पिंजरे में तेंदुए की आवाज सुनाई दी तो गांव में सूचना की। बाद में वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची।
सहायक वन संरक्षक नरपत सिंह चौहान के साथ बड़ी सरपंच मदन पंड़ित, सहायक वनपाल भैरूलाल, वनकर्मी लोगर गमेती, कमलाराम गमेती, सुरक्षाकर्मी दिग्विजय सिंह चौहान, वार्ड पंच रोशनलाल भील मौके पर पहुंचे। टीम ने वहां से तेंदुए को ले गए और दूसरे जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। सरपंच मदन पंडित ने बताया कि यहां यह दूसरा तेंदुआ पिंजरे में आया है। वे कहते है कि अभी गांव में दो तेंदुए और है जिस तरह से इनका मूवमेंट था उससे लगता है, अभी भी सभी को सावधानी रखनी होगी।