देश की आर्थिक राजधानी के रूप में पहचान बना चुकी माया नगरी मुम्बई से हर कोई जुडना चाहता है और वहां पर जाने की चाहत सभी की है लेकिन कई बार सही रूट नहीं मिलने से वहां तक पहुंचने में परेशानी होती है। मेवाड के लोगों को मुम्बई पहुंचने के लिए अब तक मध्यप्रदेश का चक्कर लगाना पड़ता था और उसके बाद महाराष्ट्र में प्रवेश कर मुम्बई पहुुंचना पड़ता था लेकिन मेवाड और वागड के लोगों के लिए सीधी मुम्बई से कनेक्विटी होने वाली है। गुजरात के अहमदाबाद शहर से उदयपुर को रेलवे ने इलेक्ट्रिक लाइन से जोड़ा था लेकिन अहमदाबाद में स्टेशन का कार्य पूरा नहीं होने के चलते मेवाड के लोग मध्यप्रदेश होकर मुम्बई जा रहे थे लेकिन आने वाले कुछ समय में अहमदाबाद के रेलवे स्टेशन का काम पूरा हो जाएगा और उदयपुर संभाग के सभी जिलों की मुम्बई से सीधी कनेक्टिविटी मुम्बई से हो जाएगा। इससे मेवाड और वागड के लोगों को मुम्बई जाने के लिए पैसा भी कम खर्च करना होगा साथ ही समय की बचत होगी।

अभी उदयपुर संभाग के लोग ट्रेन से एमपी होकर जाते हैं मुंबई
उदयपुर से मुंबई जाने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन और बस का रूट है या फिर अपने निजी साधन से जाते हैं। ट्रेन से जाने पर उदयपुर से अहमदाबाद के असारवा स्टेशन जाना होता है। वहां से अहमदाबाद स्टेशन पर जाकर मुंबई के लिए ट्रेन पकड़नी होती है।
ट्रेन से जाने वाले यात्रियों के लिए वर्तमान में उदयपुर से बांद्रा (मुंबई) ट्रेन है, लेकिन ये सप्ताह में केवल 3 दिन चलती है। उदयपुर से रात 8.55 बजे रवाना होती है और अगले दिन दोपहर 1.35 बजे पहुंचती है। ऐसे में यहां से मुंबई जाने वालों के लिए रात के अलावा सुबह का आधा दिन भी खराब होता है।
ये ट्रेन उदयपुर, मावली, चित्तौड़गढ़, निम्बाहेड़ा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, दाहोड़, वड़ोदरा, बोरीवली होकर बांद्रा स्टेशन पर पहुंचती है। उदयपुर से बांद्रा वाले रूट के बीच करीब 945 किलोमीटर की दूरी है।
उदयपुर-डूंगरपुर-अहमदाबाद रेल लाइन पर ट्रेन चलने से फायदा
उदयपुर से मुंबई जाने वाले यात्रियों के लिए उदयपुर-डूंगरपुर-अहमदाबाद रूट पर ट्रेन चलने से फायदा होगा।
इसके चलने से उदयपुर संभाग के यात्रियों को मध्यप्रदेश का अतिरिक्त चक्कर नहीं काटना पड़ेगा।
ये ट्रेन उदयपुर से डूंगरपुर-हिम्मतनगर, अहमदाबाद, वड़ोदरा, भरूच, सूरत होकर सीधे मुंबई जाएगी। इससे करीब 2 घंटा 50 मिनट का सफर कम हो जाएगा।
यात्रियों का मध्यप्रदेश का चक्कर घटेगा।
उदयपुर से सूरत जाने वाले यात्रियों को भी फायदा मिलेगा।
अहमदाबाद के मुख्य स्टेशन पर होने वाले कार्य में करीब 6 माह और लगेंगे
उदयपुर अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की दूरी करीब 300 किलोमीटर है। दोनों शहर को जोडने वाले रेलवे की इलेक्ट्रिक लाइन का कार्य पूरा हो चुका है और रेलवे ने ट्राइल भी कर ली है लेकिन अहमदाबाद में स्टेशन का कार्य पूरा होने में करीब 6 माह का और समय लग सकता है ऐसे में काम पूरा होने के बाद मेवाडवासियों को अच्छा खासा लाभ होने वाला है।
उदयपुर—मुम्बई की कनेक्टिविटी बढ़ने पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी
उदयपुर अहमदाबाद इलेक्ट्रिक लाइन का कार्य पूरा होने के बाद उम्मीद है कि इस रूट पर कई नई ट्रेनों का संचालन हो सकता है इसके अलावा कुछ ट्रेन का रूट भी बदल सकता है। उदयपुर टूरिस्ट डेस्टिनेशन होने की वजह से मुम्बई से कनेक्टिविटी जुड़ने के बाद यहां पर पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। देश विदेश के पर्यटक यहां पर आ सकेंगे। इसके अलावा व्यापार में भी तेजी आएगी। इससे पहले उदयपुर से मूंद्रा पोर्ट के जुड़ने से मेवाड से सामान को सीधे विदेशो में भेजा जा सकेगा।
उदयपुर मुम्बई के बीच 165 किलोमीटर की दूरी कम होगी
उदयपुर से मुम्बई जाने के लिए अब तक मध्यप्रदेश होकर जाना पड़ता था लेकिन अहमदाबाद में काम पूरा हो जाने के बाद उदयपुर मुम्बई के बीच की दूरी 165 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे समय के साथ—साथ आर्थिक बोझ भी लोगों पर कम होगा।