इजरायल और हमास के बीच जंग अभी तक जारी हैं। हर तरफ तबाही का मंजर हैं। वहीं भारत में इसे लेकर सियासत बंट गई हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने हमास की अलोचना करते हुए इजरायल का पक्ष लिया तो वहीं कांग्रेस फिलिस्तीनी नागरिकों के हक की बात कर रही हैं। अब इस जंग को राजस्थान में चुनावी मुद्दे की नज़र से देखा जा रहा हैं। हाल ही में एक सर्वे सामने आया हैं जिसमें बताया गया है कि इजराइल-हमास युद्ध से चुनाव में किस पार्टी को फायदा और किस पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।
सर्वे के मुताबिक राजस्थान के 38 फीसदी लोगों ने कहना है कि विधानसभा चुनाव में इजरायल-हमास युद्ध भी एक चुनावी मुद्दा बनेगा और इससे बीजेपी को फायदा मिलेगा। दूसरी तरफ 17 फीसदी लोगों ने कहा कि यह मुद्दा बनेगा और इससे कांग्रेस को फायदा पहुंचेगा। वहीं 35 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इजराइल-हमास युद्ध चुनाव में मुद्दा नहीं बनेगा। इसके अलावा 10 फीसदी लोगों ने कहा कि वह इस पर कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
बता दे कि सरकार के इस रुख के बाद भारत में अब सियासी जंग छिड़ गई है। इजरायल और हमास की लड़ाई ने देश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बनाम कांग्रेस का रूप ले लिया है। बीजेपी जहां खुलकर इजरायल का समर्थन कर रही है तो वहीं कांग्रेस फिलिस्तीनी नागरिकों के अधिकारों की बात कर रही है। बीजेपी ने कांग्रेस को निशाने पर ले लिया है तो वहीं कांग्रेस पिछली सरकारों के रुख और पुराने नेताओं के बयान याद दिला रही है।