उदयपुर। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की यात्रा के लिए आईआरसीटीसी एक पैकेज लेकर आया हैं। इस पैकेज के तहत आईआरसीटीसी की ओर से 24 जनवरी को उदयपुर से यात्रा शुरू की जाएगी और 29 जनवरी को यात्री वापस अपने घर लौटेगें। इस यात्रा में यात्रियों को कुंभ त्रिवेणी संगम, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन, हनुमान मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, राम जन्मभूमि मंदिर हनुमानगढ़ी के दर्शन करवाए जाएंगे। इसके साथ ही गंगा आरती के दर्शन भी करवाए जाएंगे।
6 दिनों की इस सफर में यात्री को स्टैंडर्ड कैटेगरी के लिए 28 हजार 340 रुपए और इकोनॉमी स्लीपर कैटेगरी के लिए 20 हजार 375 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। आईआरसीटीसी के संयुक्त महाप्रबंधक, योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि हर महाकुंभ में श्रद्धालु आत्मिक शुद्धता और आध्यात्मिक काम के लिए एकत्रित होते हैं। प्रयागराज महाकुंभ गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर लाखों श्रद्धालु आने वाले है। महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक धरोहर एकता और आस्था का एक शक्तिशाली प्रतीक है। इसी उत्साह को देखते हुए भारतीय रेलवे के उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन ने तीर्थ यात्रा का एक नया प्लान जारी किया है। यह यात्रा यात्रियों के महाकुंभ को लेकर उत्साह को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।
24 जनवरी को उदयपुर से रवाना होगी ट्रेन
आईआरसीटीसी की ओर से महाकुंभ के लिए जाने वाली ट्रेन 24 जनवरी को उदयपुर से रवाना होकर चित्तौड़गढ़, चंदेरिया, भीलवाड़ा, अजमेर किशनगढ़, फुलेरा, जयपुर, बांदीकुई, अलवर, मथुरा, आगरा से होते हुए काशी विश्वनाथ-वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या जाएगी। इस यात्रा में यात्रियों को कुंभ त्रिवेणी संगम, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन, हनुमान मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, राम जन्मभूमि मंदिर हनुमानगढ़ी के दर्शन करवाए जाएंगे। साथ ही गंगा आरती के दर्शन भी करवाएं जायेंगे। योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि यात्रा के लिए आईआरसीटीसी के जरिए से यात्री इस महाकुंभ में हिस्सा ले पाएंगे और साथ ही ट्रेन में खाने से लेकर तीर्थ स्थल के दर्शन तक की सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
यात्रा का यह रहेगा शेड्यूल
उदयपुर के सिटी रेलवे स्टेशन से 24 जनवरी को ट्रेन रवाना होगी। यह ट्रेन चित्तौड़गढ़ चंदेरिया, भीलवाड़ा, अजमेर किशनगढ़, जयपुर, बांदीकुई, अलवर, मथुरा, आगरा होते हुए 25 जनवरी को बनारस पहुंचेगी। यहां पर यात्रियों को गंगा आरती के दर्शन करवाए जाएंगे। रात को विश्राम बनारस में रहेगा। 26 जनवरी को नाश्ते के बाद बस से यात्रियों को प्रयागराज के लिए रवाना किया जाएगा। प्रयागराज में पहुंचने के बाद यात्रियों के लिए महाकुम्भ ग्राम में टेंट में ठहरने, भोजन की व्यवस्था रहेगी। भोजन के बाद यात्रियों को कुंभ के लिए भेजा जाएगा और रात को विश्राम भी टेंट में रहेगा।
27 दिसंबर को यात्रियों को वाया रोड वाराणसी के लिए भेजा जाएगा। यहां पर यात्रियों को काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन, हनुमान मंदिर और तुलसी मानस मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। रात को वाराणसी में ही रुकने की व्यवस्था की गई। 28 जनवरी को ट्रेन के द्वारा अयोध्या ले जाया जाएगा। वहां राम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी के दर्शन के बाद यात्रियों को लेकर ट्रेन वापस रवाना होगी और 29 दिसंबर को वापस उदयपुर पहुंचेगी। यह यात्रा 6 दिन 5 रातों की रहेगी।