मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर में होने वाले 9वें सीपीए सम्मेलन में शिऱकत के लिए रविवार देर रात पहुंचे थे। इसके बाद सोमवार को ताज अरावली में आयोजित हुए सीपीए सम्मलेन में गहलोत ने कहा कि इस सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, विधान परिषद सभापति, उपसभापति सहित कई डेलीगेट्स उदयपुर आए हैं।
गहलोत ने कहा कि सम्मेलन में डिजिटल सशक्तिकरण, गुड गवर्नेंस की दिशा में जनप्रतिनिधियों के कौशल को और अधिक बेहतर बनाने के साथ वर्तमान युग की चुनौतियों में जनप्रतिनिधित्व जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। आईटी सेक्टर के बिना कुछ भी संभव नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी के प्रयासों के बिना यह सम्मलेन संभव नहीं होता। जोशी ने जिस तरह से पक्ष और विपक्ष दोनों से अच्छे रिश्ते बनाए हुए हैं। इसका यह परिणाम हैं कि 5 साल में सीपीए फिर से पूरी तरह से एक्टिव हो गया हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सीपीए ने काम किया हैं, उस तरह से पहले कभी नहीं हुआ। सीपीए की मिटिंग होने से यहां सभी लोग आए हुए हैं।
कॉमनवेल्थ पार्लियामेन्ट एसोसिएशन, राजस्थान शाखा की 9th CPA INDIA REGION CONFERENCE का उद्घाटन समारोह, उदयपुर https://t.co/DHFCRLxFWX
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 21, 2023
गहलोत ने कहा कि जोशी ने विधानसभा में कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। जोशी ने न तो पक्ष को बख्शा न विपक्ष को। जोशी सभी की बाते सुनकर उनका सटीक जवाब देते हैं। गहलोत ने कहा कि स्पीकर की पोस्ट बहुत महत्व रखती हैं पार्टी सत्ता सोच समझ कर और योग्यता के आधार पर स्पीकर बनाती हैं। उन्होंने यह सब कहते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी मेरी बात से सहमत होंगे।
गहलोत बोले- नेता प्रतिपक्ष मैं आप से पूछ रहा हूं
सीएम गहलोत आईटी सेक्टर के मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं इस दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से पूछा कि आप एक बार स्वास्थ्य मंत्री बने थे ना। जब राठौड़ ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया तो गहलोत ने उनकी तरफ इशारा करते हुए एक बार फिर पूछा कि आप मंत्री बने थे ना। उन्होंने कहा कि मैं आप से कह रहा हूं लेकिन आप का सुन ही नहीं रहे हो। भाजपा का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहां कि चुनाव आते ही दवाईयां फ्री हैं टेस्ट फ्री हो रहे है चुनाव जीतने के लिए, लेकिन ऐसा नहीं है मैंने 2 साल पहले ही इस बात की घोषणा की थी। यहां पर गहलोत ने अपने कार्यकाल की सभी बड़ी घोषणाओं को गिनाया साथ ही उन्होंने कि यह सभी आईटी के कारण ही संभव हुआ।
सीपीए सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में गहलोत ने सुनाया किस्सा
आईटी के बिना बहुत से काम संभव नहीं हैं। इस पर गहलोत ने समारोह में एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार रात को 3 बजे कॉल आया। उन्होंने कहा कि रात को अक्सर अपना फोन बंद रखता हूं लेकिन उस दिन फोन आन था तो कॉल आने पर रिसीव कर लिया। फोन करने वाले माफी मांगी लेकिन अपनी पीढा का भी जिक्र किया। बात करने पर पता चला कि जयपुर में ही देर रात तक शराब के बार चल रहे हैं। इसके बाद सीएमएओं में इसकी जानकारी देने पर तुंरत कार्यवाही हुई। यह संभव हो पाया आईटी के माध्यम से। इसलिए आईटी का हमारे जीवन में महत्व बढ़ गया हैं।