उदयपुर। उदयपुर की वेनिस कही जानी वाली आयड़ नदी के पेटे में अवैध रूप से कब्जा कर पक्के निर्माण पर शनिवार को नगर निगम ने कार्यवाही करते हुए अवैध रूप से बने मकानों व निर्माणों को तोड़ा गया। इस दौरान अवैध कब्जेधारियों ने जमकर विरोध किया और महिलाओं को आगे कर दिया। महिलाओं ने भी विरोध किया पर जाब्ते के सामने अतिक्रमणकारियों की नहीं चली और अवैध निर्माण को तोड़कर ही दम लिया। निगम की टीम ने पहली चरण में आयड़ नदी के पेटे में किए पक्के निर्माणों को हटाया है और शेष निर्माणों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।
आयड़ नदी में पिछले कई वर्षों में लोगों ने आयड़ नदी पेटे में अवैध रूप से कब्जा कर मकान बना लिए थे और धीरे-धीरे ये निर्माण बढ़ते ही जा रहे थे। जिला प्रशासन भी चाहता था कि आयड़ नदी को अतिक्रमण मुक्त किया जाए। शहर विधायक ताराचंद जैन ने आयड़ नदी मे अवैध रूप से हुए कब्जों को हटाने के लिए जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल के साथ-साथ यूडीए व निगम के अधिकारियों के साथ कई बार मौका मुआयना किया और पुन: डि मार्केशन करवाया गया। डि मार्केशन होने के बाद अधिकारियों ने आयड़ नदी पेटे में कब्जा कर निर्माण करने वालों से समझाईश की और अपना सामान अपने स्तर पर हटाने की अपील की थी।
शनिवार सुबह निगम की अतिक्रमण विरोधी टीम के विजय जैन, राहुल मीणा, पुलिस निरीक्षक मांगीलाल डांगी और गैराज अधीक्षक लखनलाल बैरवा, सहायक अभियंता 10 जेसीबी, 10 डम्पर, 10 टे्रेक्टर, 1 क्रेन और 1 कम्प्रेशर मशीन व करीब 30 मजदूरों के साथ मौके पर पहुुंची और साथ में निगम का अतिक्रमण विरोधी दल का जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे।
मौके पर भुपालपुरा थाने का जाब्ता भी पहुँच गया और कंट्रोल रूम से जाब्ता मंगवा दिया। निगम की टीम ने मौके पर जाते ही नदी पेटे में बने मकान में रह रहे लोगों को बाहर निकलने व अपना सामान भी बाहर निकलने के लिए कहा। निगम की टीम को देखकर अवैध कब्जा कर पक्का निर्माण करने वाले भी हैरान रह गए और अपने कब्जे में घुसकर अंदर से दरवाजा बंद करने का प्रयास किया। इस पर निगम के जाब्ते ने तत्काल इन लोगों को बाहर निकाला।
महिलाओं ने पुलिस के सामने विरोध करने का प्रयास किया पर महिला पुलिस ने विरोध कर रही सभी महिलाओं को वहां से हटाया और इसके बाद अवैध निर्माण तोड़ने का काम शुरू किया। इस दौरान जिसका अवैध निर्माण टूट रहा था वह रो रहा था और हंगामा कर रहा था। निगम की जेसीबी एक बार शुरू हुई तो नदी पेटे में अवैध रूप से बने सारे अवैध निर्माण को तोड़कर ही दम लिया। सुबह से शुरू हुई शाम तक चली और इस दौरान नदी पेटे में बने करीब 4 मकानों को पूरी ध्वस्त कर दिया और जेसीबी की सहायता से सारे मलबे को डम्परों व ट्रेक्टरों की सहायता से नदी पेटे से सारा मलबा हटा दिया गया।
चरणबद्ध रूप से चलेगी कार्यवाही
जानकारी के अनुसार आयड़ नदी में चरणबद्ध रूप से अवैध निर्माण हटाया जाएगा। शनिवार से शुरू किए गए अभियान के तहत नगर निगम ने वर्तमान मेें आयड़ पेटे में उन निर्माण को हटाया, जो पुलिया से नदी पेटे में नजर आ रहे थे। अब आगे के निर्माण तोड़े जाएंगे, जिसमें जहां पर यूडीए, निगम की टीम ने सर्वे कर मार्किंग कर रखी थी वहां तक हटाया जाएगा।
महिलाओं ने हाथ में लिए पत्थर, कहे अपशब्द
कार्यवाही के दौरान अवैध कब्जे में रह रहे परिवार की महिलाओं ने अपने हाथ में पत्थर ले लिए और फैंकने की फिराक में थी, पर जाब्ते को देखकर पत्थर नीचे फैंक दिया। इसके साथ ही महिला पुलिस और निगम के अधिकारियों को भी महिलाओं ने अपशब्द कहे पर पुलिस ने किसी की एक ना सुनी और सभी को वहां से हटाया और अवैध मकानों को तोड़ा।
शहर विधायक बनते ही पीछे पड़े ताराचंद
उदयपुर शहर विधायक बनते ही ताराचंद आयड़ नदी के पीछे पड़ गए। अब तक उन्होंने इस नदी का चार बार दौरा किया है, जिसमें दो बार तो जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल भी साथ में थे। दो अन्य बार यूडीए, राजस्व विभाग, निगम, सिंचाई विभाग की टीमें साथ थी। ताराचंद जैन के दबाव के चलते ही इस नदी का सात दिन में सर्वे हुआ और शनिवार को अतिक्रमण हटाया गया।
सेवाश्रम से आयड़ पुलिया तक बनेगी सर्विस रोड़
शहर विधायक ताराचंद जैन ने कहा कि शबरी कॉलोनी में आयड़ नदी के किनारे सीसी रोड़ तो बना रखी है। ऐसे में आयड़ नदी के एक तरफ से सेवाश्रम तक पूरा अतिक्रमण हटाकर नदी की फेसिंग कर एक सर्विस रोड़ बनाई जाएगी ताकी सेवाश्रम से सीधा इस सर्विस रोड़ से होकर आयड़ पुलिया तक यातायात आ जाए।