उदयपुर मेवाड़-वागड़ क्षेत्र के लिए बुधवार को बड़ी खबर आई। दिल्ली पहुंचे उदयपुर बार एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने यहां वर्चुअल हाईकोर्ट स्थापित करने का वादा किया है। सांसद अर्जुनलाल मीणा की अगुवाई में इस भेंट के दौरान मंत्री मेघवाल ने कहा कि उदयपुर, बीकानेर और कोटा समेत देश के 10 शहरों में वर्चुअल बेंच शुरू की जाएगी। इस बातचीत का पता लगते ही 42 साल से संघर्ष कर रहे मेवाड़-वागड़ के अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
हालांकि वर्चुअल बैंच की विधिवत शुरुआत और काम-काज में एक से दो महीने लग सकते हैं। प्रतिनिधिमंडल से मंत्री मेघवाल ने कहा है कि न्याय व्यवस्था के विकेंद्रीकरण के लिए देश भर के 10 शहरों में हाईकोर्ट की वर्चुअल बेंच शुरू करेंगे। इससे संबंधित क्षेत्रों के लाखों लोगों को त्वरित न्याय मिलेगा। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से वार्तालाप कर अधिकारी रूप से जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी। मेघवाल ने भी माना कि उदयपुर की आर्थिक व सामाजिक जन स्थिति को देखते हुए वर्चुअल हाईकोर्ट बेंच की स्थापना करनी आवश्यक है।
प्रतिनिधि मंडल में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश मोगरा, पूर्व अध्यक्ष और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चापलोत, मेवाड़ वागड़ हाईकोर्ट बेंच संघर्ष समिति के संयोजक रमेश चंद्र नंदवाना, महासचिव रामकृपा शर्मा, बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष हर्ष मेहता, पूर्व अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल, महेंद्र कुमार नागदा, भरत कुमार वैष्णव, अरुण व्यास, चेतन पुरी गोस्वामी आदि शामिल थे।
मंत्री, सांसद और असम राज्यपाल कटारिया का जताया आभार मेवाड़ वागड़ हाई कोर्ट बेंच संघर्ष समिति के महासचिव रामकृपा शर्मा ने बताया कि विधि मंत्री से मुलाकात में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का बड़ा योगदान रहा। उदयपुर सांसद अर्जुन राम मीणा के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने मेवाड़-वागड़ की 4 दशक से ज्यादा पुरानी इस जरूरत की पैरवी की। बार और संघर्ष समिति ने मांग पूरी करने पर मंत्री, कटारिया और सांसद का आभार ज्ञापित किया है।