चाहे गर्मी हो सर्दी किसी भी मौसम में शरीर की त्वचा का ख्याल नहीं रखा तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। आमतौर पर सर्दी के मौसम में लोग विशेषकर अपनी त्वचा का ख्याल रखते है लेकिन गर्मी के मौसम में त्वचा का ख्याल रखना हम भूल जाते है ऐसे में हमे इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि सर्दी की तरह की गर्मी में भी त्वचा का ध्यान रखने से आपका शरीर अच्छा दिखाई देता हैं। गर्मी के मौसम में तो हमारी त्वचा और भी ज्यादा संवेदनशील हो जाती है इसलिए गर्मियों में हमारी त्वचा के प्रति जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
गर्मी के मौसम में कैसे रखने अपनी त्वचा का ख्याल
महिला हो पुरूष सभी की त्वचा अलग—अलग होने से उसका रख—रखाव भी अलग—अलग तरीक से रखा जाता है। स्क्रीन स्पेशलिस्ट डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने यहां पर कुछ टिप्स दिए हैं। जिसकी वजह से आप अपनी त्वचा को पहले से भी बेहतर बनना सकते हैं। गर्मियों में त्वचा का ख्याल ना रखने से त्वचा की उम्र बढ़ने लग जाती है बच्चों और बूढ़ों की त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती हैं, इसलिए हमे उनका अच्छे से ख्याल रखना चाहिए, बच्चों के रूटीन में स्किन केयर को शामिल करना चहिए। बड़ों को भी त्वचा संबंधी चीजों की जानकारी देनी चाहिए। चेहरे के साथ साथ बाकी शरीर की सुरक्षा के लिए हमे लंबी बाहों वाले कपड़े खास करके कॉटन के कपड़े और लाइट कलर के कपड़े पहने चाहिए।
जब भी आप बाहर धूप में जाएं इस बात का ख्याल रखें की आप पूरे कपड़े पहनें और अपने आपको को अच्छी तरह धक कर ही बाहर निकलें। यहां पर सबसे पहले शरीर में हाइड्रेशन की कमी को पूरा करना जरूरी है। हाइड्रेशन की आपूति दो तरीकों से होती है। पहला अंदर से और दूसरा बाहर से। अंदर से हाइड्रेट रहने के लिए हमे पानी पीते रहना चाहिए। डॉ. प्रशांत अग्रवाल की माने तो गर्मी के मौसम में एक एडल्ट को कम से कम एक दिन में 3 से 4 लीटर पानी पीना बहुत आवश्यक है। इसके साथ ही मौसम के अनुसार बाजार में उपलब्ध होने वाले फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। खास कर की फाइबर फ्रूट्स जो कि डिहाइड्रेशन से बचाने में काफी मदद करते हैं। उनका उपयोग जरूर करना चाहिए।
वहीं बाहर से हाइड्रेशन के लिए समय समय पर मॉश्चराइजर लगाना बहुत जरूरी है, लोगों को लगता हैं कि मॉश्चराइजर सिर्फ सर्दियों में लगाया जाता है क्योंकि सर्दियों में त्वचा रुखी हो जाती है लेकिन ये सही नही है, मॉश्चराइजर को गर्मियों में भी लगाना चाहिए ताकि आपकी स्क्रिन पूरी तरह से सहीं रहे।
दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जहां स्किन कैंसर काफी सामान्य हैं लेकिन भारतीयों में स्किन कैंसर कम देखने को मिलता है जो की काफी सकारात्मक चीज हैं। भारतीयों की त्वचा में मेलेनिन की मात्रा काफी अधिक होती हैं जिसके कारण जब भी त्वचा अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से अनावरित होती है तो त्वचा में मेलेनिन की परत बन जाती है जो बड़ी बीमारियों जैसे कैंसर को दूर रखती है।
गर्मी के मौसम में चेहरे की त्वचा के लिए क्लींजर का उपयोग जरूरी — डॉ प्रशांत अग्रवाल
डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि सबसे पहले त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए क्लींजर का उपयोग करना जरूरी है। क्लींजर सिर्फ चेहरे को साफ ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी हाइड्रेशन की पूर्ति का कार्य करता हैं, क्योंकि क्लींजर में हाइड्रोस्कोपिक एजेंट्स होते है जो वातावरण से नमी खींच लेता है जो त्वचा को हाइड्रेट रखता है। इसलिए अपने चेहरे को क्लींजर से अच्छे से साफ करना चाहिए। दिन में कम से कम 2-3 बार चेहरे को अच्छे से साफ करना चाहिए, जिससे चेहरे पर पिंपल होने की संभावनाएं भी बहुत कम हो जाती है। आपको कोई भी अच्छी कंपनी का क्लींजर, जिसमें ऐलोवेरा और ग्लिसरीन होता हो, या फिर अपने डॉक्टर की सलाह पर क्लींजर का चयन कर सकते हैं। अगर आपकी त्वचा ड्राई है तो सॉफ्ट क्लींजर का उपयोग करना चाहिए। क्लींजर के बाद मॉश्चराइजर आता है जो कि पूरे शरीर की त्वचा के लिए बहुत जरूरी है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि लोगों को वहीं आप कोई भी अच्छे मॉश्चराइजर का उपयोग कर सकते है जो आपकी त्वचा को सूट करे। सनस्क्रीन को लेकर कई बार ऐसी भ्रांतिया भी है कि सनस्क्रीन केवल घूप में निकलने के दौरान ही लगानी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हैं, त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन बहुत जरूरी हैं सनस्क्रीन हमारी त्वचा को अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से बचती है साथ की धूप से होने वाली एलर्जी से बचाव करती है। बाजार में मिलने वाली अच्छी कंपनी की सनस्क्रीन जो spf 30 से 50 के बीच की प्रोटेक्शन दे, साथ ही उसमें p+++ की रेटिंग हो साथ ही सनस्क्रिन वाटरप्रूफ हो। सनस्क्रीन दिन में हर 3 से 4 घंटे में लगाते रहना चहिए।