उदयपुर। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद आईएएस अफसरों के तबादलों के बाद गृह सचिव आंनद कुमार बुधवार को उदयपुर पहुचे। यहां पर उन्होंने औचक रूप से केन्द्रीय कारागृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आंनद कुमार ने जेल अधीक्षक को पाबंद किया कि जले में मोबाइल सहित प्रतिबंधित चीजे अंदर नहीं जानी चाहिए।
इस दौरान उन्होंने जेल में राशन सहित कैदियों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं का भी जायजा लिया। यहां पर आंनद कुमार ने जेल में बद कुछ कैदियों से बात की और उनके लिए जेल में की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जेल परिसर में कैदियों के डेली रूटीन और उन्हें कलात्मक चीजों से जोड़ने वाली गतिविधियों के बारे में जेल प्रशासन से जानकारी ली।
गृह सचिव ने जेल अधीक्षक राजेन्द्र कुमार को निर्देशित करते हुए कहा कि कई बार ऐसी शिकायते मिलती हैं कि जेल में प्रतिबंधित चीजे जा रही हैं इसके अलावा कई बार जांच में मोबाइल भी मिलते हैं ऐसे में इस तरह की गतिविधियों पर पूर्ण रूप से पाबंदी होनी चाहिए।
आंनद कुमार ने सख्ती से जांच करने के लिए जेल अधीक्षक को पाबंद किया। गृह सचिव ने बताया कि निरीक्षण से पहले सेंट्रल जेल में सर्च ऑपरेशन करवाया गया था। जिसमें ये पता लगाने की कोशिश की थी कि जेल में मोबाइल फोन या कोई प्रतिबंधित चीजें तो नहीं है।
हालांकि ऐसी कोई वस्तु यहां कैदियों से नहीं मिली है। बता दे कि उदयपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदियों पर कई बार मोबाइल फोन और मादक पदार्थ जैसे प्रतिबंधित चीजें मिलने के मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए आंनद कुमार की ओर से यह औचक निरीक्षण किया गया।