उदयपुर शहर में हरियाली अमावस्या के मेले में लगने वाली सभी स्टॉल को इस बार आनलाइन आंवटित की जा रही हैं। इस प्रक्रिया के तहत सभी दुकानें एक ठेकेदार को आंवटित की जाएगी और उसके बाद उन दुकानों को ठेकेदार अपने स्तर पर दुकानदारों को आंवटित करेगा।
हांलाकि ठेकेदार द्वारा नियम से अधिक राशि वसूलने की बात सामने आने के बाद निगम के उपमहापौर ने कहा कि यह कमाने वाली संस्था नहीं हैं। सिंघवी ने यह भी कहा कि इस मेले में स्टॉल लगाने वाले कई ऐसे लोग भी हैं जो कि छोटी—छोटी दुकानों लगाकर अपनी आजीविका के लिए राशि जुटाते हैं ऐसे में अगर ठेकेदार नियमानुसार तय की गई राशि से अधिक राशि वसूलता हैं तो पहले बैठकर समझाइश की जाएगी।
इसके बाद भी नहीं मानने पर नियमानुसार कार्यवाही हो सकती हैं। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि उनके पास भी अधिक राशि वसूलने की बात आई थी लेकिन एक ठेकेदार को देने की बात पर उन्होंने स्पष्ट किया कि निगम पर किसी प्रकार के कोई आरोप नहीं लगे इसलिए इस तरह से एक ठेकेदार के माध्यम से दुकानें आंवटित किए जाने का तय किया गया।