राजस्थान को फतह करने के लिए कांग्रेस पुरी तरह से तैयार हैं, लेकिन गहलोत और पायलट की नाराजगी से कांग्रेस पार्टी को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। दोनों में मनमुटाव होने के कारण कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी करने अभी तक देरी कर रही हैं। टिकट वितरण के दौरान दोनों में एक बार फिर से लड़ाई हो सकती हैं। दोनों नेता अपने-अपने समर्थकों को अधिक से अधिक टिकट दिलाने की कोशिश में लगे हुए हैं। 25 नवंबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया हैं।
हाल ही में एक सर्वे करवाया गया है जिसमें बताया गया है कि अगर गहलोत-पायलट में फिर से लड़ाई शुरू हुई तो कांग्रेस को जबरदस्त नुकसान हो सकता है। इस सर्वे में बताया गया कि पायलट और गहलोत की लड़ाई के बीच कांग्रेस को कितना नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। कहा जाए तो राजस्थान में दोनों ही नेताओं को लोग पसंद करते हैं।
सर्वे बताया गया है कि गहलोत और पायलट के बीच की लड़ाई को लेकर एबीपी सी वोटर्स की सर्वे रिपोर्ट आई। जिसमें लोगों ने अपनी राय रखी। 53% लोगों ने कहा कांग्रेस को बहुत ज्यादा नुकसान होगा। 16% लोगों ने कहा पार्टी को थोड़ा बहुत नुकसान। 29% लोगों की राय पार्टी को कोई नुकसान नहीं। 2% लोगों का कहना इस मामले में कुछ नहीं कह सकते।