कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ — साथ उदयपुर शहर की जनता ने जो निर्णय किया हैं वह आज साफ दिखाई दे रहा है लेकिन सभी को 3 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद पता चल ही जाएगा। यह कहना है उदयपुर शहर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गौरव वल्लभ का। गौरव वल्लभ को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बुधवार को दोपहर में दिल्ली से उदयपुर पहुंचे, इसके बाद बोहरा गणेशजी मंदिर पहुंचकर दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
गौरव वल्लभ ने बोहरा गणेशजी मंदिर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें किसी प्रकार का कोई विरोध दिखाई नहीं दे रहा है और जो विरोध हो रहा है वे कांग्रेस पार्टी के नहीं बल्कि भाजपा के लोग हैं। गौरव वल्लभ ने स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ—साथ पूर्व में कद्दावर नेता रहे गुलाबचंद कटारिया का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 20 सालों में उदयपुर में भाजपा के कुशासन को खत्म करना हैं। उन्होंने साफ किया जिस तरह से आयड नदी के विकास के नाम पर लोगों को घुमराह किया जा रहा हैं उससे स्पष्ट है कि उनकी निति और नीयत क्या हैं। उन्होंने साफ किया कि भाजपा के पास न तो नेता है और न ही निति के साथ नेतृत्व। उन्हें यह भी नहीं पता कि किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ना हैं।
गौरव वल्लभ ने कहा कि उदयपुर जैसे खूबसूरत शहर में पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने के साथ—साथ यहां पर हर वर्ग के लिए रोजगार की व्यवस्था करना हमारा पहला लक्ष्य होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी सेक्टर हो सभी सेक्टर में अधिक से अधिक से रोजगार के अवसर पैदा किए जाएगें तभी शहर का विकास संभव होगा। इसके अलावा उन्होंने एयरपोर्ट से लेकर बोहरा गणेशजी मंदिर तक जगह—जगह स्वागत होना इस बात की और इशारा करता हैं कि पार्टी में किसी प्रकार का विरोध नहीं हैं और पूरी पार्टी एक हैं।