वल्लभ ने कहा — मैं नहीं लगा सकता सनातनी विरोधी नारे
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका लगा हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने गुरूवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया इसके बाद गौरव वल्लभ ने गुरूवार को भाजपा का दामन थाम लिया। वल्लभ दोपहर सवा 12 बजे बाद दिल्ली स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने भाजपा नेताओं की मौजूदगी में भाजपा जॉइन की।
इससे पहले उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर शेयर करते हुए लिखा कि मैं सनातन धर्म को गाली नहीं दे सकता। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को दिशाहीन होकर आगे बढ़ने वाली पार्टी बताया साथ ही यह भी कहा कि वे अपना आप असहसज महसूस कर रहे है। इसलिए कांग्रेस पार्टी का दामन छोडने का निर्णय किया हैं। वल्लभ ने सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली देने से भी मना कर दिया। वल्लभ उदयपुर और जमशेदपुर से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
तेजतर्रार प्रवक्ताओं मे वल्लभ की होती थी गिनती
चुनावी मैदान में फेल रहे गौरव वल्लभ की गिनती कांग्रेस पार्टी के तेजतर्रार प्रवक्ताओं में होती है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने गौरव वल्लभ को जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा से तत्कालीन मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रत्याशी रघुवर दास के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था। लेकिन उस चुनाव में रघुवर दास और गौरव वल्लभ दोनों पराजित हो गए। इस चुनाव में निर्दलीय सरयू राय को जीत मिली थी। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने पिछले साल हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी गौरव वल्लभ को उदयपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार ताराचंद जैन से वो करीब 32 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे।
संबित पात्रा के साथ टीवी डिबेट में चर्चा में आए
गौरव वल्लभ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से एक टीवी डिबेट के बाद पूरे देश में चर्चा आए। दरअसल एक हिन्दी चैनल पर बहस के दौरान संबित पात्रा पांच ट्रिलियन की भारतीय अर्थव्यवस्था की बात रहे थे। इस बहस में उनके सामने मौजूद गौरव वल्लभ ने उनसे पूछ लिया कि एक ट्रिलियन में कितने शून्य होते हैं। संबित पात्रा ने इस पर गोलमोल जवाब देते हुए अंग्रेजी में कहा कि ये सवाल राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए। इसके बाद गौरव वल्लभ चर्चा में आए थे।