मानसून में अंचल के जंगल हरे-भरे हो गए हैं और मानो पूरा शहर वीकेंड पर चिल आउट के मूड में है। इसे देखते हुए वन विभाग ने भी तैयारी की है। विभाग प्रकृति प्रेमियों को अगले सप्ताह से इको टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर ले जाएगा।
खास बात यह है कि हर बार राजसमंद और चित्तौड़गढ़ के जंगलों में ले जाने वाला विभाग पहली बार पाली के जवाई बांध पर भी ले जाएगा। इस ट्रिप में ट्रांसपोर्टेशन से लेकर नाश्ते-खाने तक हर व्यवस्था होगी। शहरवासियों को सिर्फ टिकट बुक करवाने हैं। किराया दरें 3 से 4 दिन में तय कर दी जाएंगी।
उप वन संरक्षक शैतान सिंह देवड़ा ने बताया कि दक्षिण राजस्थान में वन्यजीवों जीव और लोक संस्कृति से पर्यटकों को रू-ब-रू कराने के लिए विभाग हर साल इको डेस्टिनेशंस पर ले जाता है। मकसद लोगों को वन्यजीवों और जंगलों के प्रति जागरूक करना भी है। कई लोग शोर-शराबे से दूर वन क्षेत्रों में समय बिताना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों के लिए विभाग की यह ट्रिप एडवेंचर से कम नहीं है।
जवाई बांध को ट्रिप से जोड़ने के पीछे सोच ये है कि लोग वहां का लेपर्ड कंजर्वेशन भी देख पाएं। पर्यटकों को सुबह 6 बजे बस के जरिए उनके चुने डेस्टिनेशंस पर ले जाया जाएगा। वहां चाय-नाश्ते से लेकर खाने तक की व्यवस्थाएं होंगी। यह काम वहां के स्थानीय लोगों को ही दिया है। इससे उन्हें भी रोजगार मिलेगा।