उदयपुर। साईं तिरूपती यूनिवर्सिटी के वैंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंड मास कम्युनिकेशन की ओर से इल्युमिनाती-2023 रविवार को मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित किया गया।
इस फैशन शो में देश की ख्यात मॉडल्स ने रेम्प पर वॉक किया। फैशन शो की थीम इजिप्ट, मुगल, ग्रीक, राजपूताना और विक्टोरियन थी। फैशन शो का शुभारंभ सांई तिरूपति विवि के कुलपति डॉ जे के छापरवाल, निदेशक अव्य अग्रवाल, ने किया। प्रारंभ में वीआईएफटी के विद्याथियों ने गणेश वन्दना प्रस्तुत की। शो के कोरियोग्राफर एवं डिजाइनर गगन कुमार एवं अजय नायर थे।
चेयरपर्सन आशीष अग्रवाल ने बताया कि उदयपुर में फैशन को लेकर खासा टेलेंट है। जरूरत है तो सिर्फ उसे तराशने की। संस्थान के विद्याथियों ने इस समारोह को लेकर कई दिनों पूर्व ही तैयारी शुरू कर दी थी। वीआईएफटी की हमेशा यह कोशिश रहेगी कि वे विद्याथियों को बेहतरीन प्लेटफार्म उपलब्ध कराएं।
शो में इजिप्ट थीम पर इजिप्टियन कल्चर और आर्किटेक्ट को परिधानों के माध्यम से उकेरा गया। जिनमें हेंड प्रिंटिंग, हल्के कलर, पीयोर गोल्ड कलर, लाइट पेस्टल टोंस फेब्रिक, इजिप्टियन फेब्रिक, पेचेज ऑफ हेंड वर्क, साटन से तैयार किये गये आकर्षक डिजायनर वस्त्र एवं ज्वेलरी पहने जब मॉडल्स रैंप पर उतरी तो सभी ने तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया।
शो के डिजाइनर मुंबई के गगन कुमार और उदयपुर कोरियोग्राफ्रर अजय नायर ने थीम बेस्ड और परंपरागत कोरियोग्राफी के साथ ड्रामा, इमोशन को जीवंत करते हुए लाइट और म्युजिक का शानदार इस्तेमाल किया। समारोह में बेस्ट स्टूडेंट्स मिस्टर इल्युमिनाती-2023 का अवार्ड नवदीप जैन, मिस इल्युमिनाती-2023 मुस्कान वहीं रनरअप प्रतापसिंह और मिताली कुमावत रहे। बेस्ट डिजाइनर मुस्कान बानो, नंदिनी दुग्गड, रीना पालीवाल, योगिता, अनुश्का, आयुशी, आशा, समरिन, वैश्णवी, प्रियल, रजत, आस्मां, किरण, महिमा, अनम, दीक्षा, इंसिया, सिद्रा और भावना को दिया गया।
इल्युमिनाती-2023 फैशन शो में वीआईएफटी के छात्रों ने शीतल अग्रवाल के निर्देशन में विभिन्न गतिविधियों में अपनी छाप छोड़ी। शो में वीआईएफटी की निदेशक डॉ. रिमझिम गुप्ता, प्रिंसिपल विप्रा सुखवाल, नरेन गोयल, प्रकाष षर्मा, देवर्षि मेहता, निशांत परवीन, पूर्णिमा शर्मा, मानसी जैन, वर्षा शर्मा, तनुजा अजरिया, ओमपाल, प्रो पीयूश जवेरिया, सावन दोशी, शशि प्रजापत, मुकेश, दीपेश मेनारिया एवं मोहसीना बानो का विशेष योगदान रहा।