उदयपुर। वेब पर उदयपुर कॉल गर्ल के नाम से एक वेबसाईट बनाकर उस पर लड़कियों के फोटो अपलोड कर लोगों को झांसे में लेकर उन्हें सुनसान जगह पर बुलाकर मारपीट नकदी लूटने में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अब तक सैंकड़ों लोगों से लूटपाट कर चुके है और अधिकांश ने शर्म के मारे अब तक तो मामला भी दर्ज नहीं करवाया है। हैरत की बात यह है कि ये सभी युवक जयपुर के एक व्यक्ति के अंडर में नौकरी करते है और वहां से उन्हें निश्चित वेतन मिलता है। आरोपी लूटपाट का कुछ हिस्सा खुद रखते है और शेष पैसा जयपुर भेजते है।
सभी निवासी जयपुर के और उदयपुर में रह कर रहे थे यही नौकरी
मामला प्रतापनगर थाना क्षेत्र का है। थानाधिकारी हिमांशु सिंह ने बताया कि पिछले कुछ समय से सूचनाएं मिल रही थी कि कुछ लोगों को सुनसान क्षेत्र में ले जाकर लूटपाट की जा रही है। इस पर पुलिस ने अपने स्तर पर लोगों का पता लगाया। इस दौरान एक युवक ने पुलिस को इसी तरह से लूटपाट करने की सूचना दी, जिस पर थानाधिकारी के नेतृत्व में गठित एक टीम ने दबिश देकर प्रीतम सिंह पुत्र जीतेन्द्रसिह राजावत निवासी मोहब्बपुरा फागी रेनवाल जयपुर, मनीष पुत्र नारायणलाल चौधरी निवासी पवालियां सांगानेर महुनामण्डी जयपुर, अशोक सेन पुत्र रामकिशोर सेन निवासी बगरू बेगस रोड बगरू जयपुर, मजीद खान निवासी छोटा बास मौहल्ला साकुन्द नरेना जयपुर, दीपक कुमार मीणा पुत्र रामस्वरूप मीणा निवासी कचनार मौजवाबाद जयपुर को गिरफ्तार किया। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से तीन दिन के रिमाण्ड पर प्राप्त किया है और पूछताछ की जा रही है।
युवती उपलब्ध करवाने के बहाने करते ठगी
थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि उदयपुर कॉल गर्ल के नाम से वेबसाईट बना रखी है, जिस लड़कियों के फोटो अपलोड़ कर रखे है और फोन नम्बर भी डाल रखे है। जो भी युवक इस वेबसाईट पर जाता और जैसे ही लड़की के फोटो या नम्बर पर क्लिक करता तो इन आरोपियों के पास मैसेज पहुँच जाता। इसके बाद ये आरोपी इस युवक को फोन कर बात करते और पैसा तय कर लेते। पैसा तय होने के साथ ही यह ऑप्शन भी दिया जाता कि यदि लड़की पसंद नहीं आई तो साथ में कुछ अन्य युवतियां भी आएंगी उनमें से किसी को पसंद कर लेना।
पैसों में मामला तय होने पर युवक को सुनसान क्षेत्र में बुलाया जाता। रात्रि के समय में युवक जैसे ही सुनसान क्षेत्र में आता तो ये पांचों आरोपी दो या तीन युवतियों के साथ आते और सुनसान क्षेत्र में मौका देखकर युवक के साथ मारपीट कर उसके पास से जो भी पैसा या जेवरात होता उसे लूटकर चले जाते। आने वाला युवक अकेला होता था और मारपीट करने वाले पांच होते तो वह अकेला कुछ नहीं कर पाते। साथ ही पीड़ित शर्म के मारे किसी को कुछ नहीं बता पाते। जिससे इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं हो पाती।
सभी आरोपियों को मिलता वेतन और अतिरिक्त खर्चा
थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि ये सभी आरोपी नौकरी करते है। इनका बॉस जयपुर निवासी राकेश मीणा है, जो फरार चल रहा है। वह इन युवकों को मासिक 30 से 50 हजार रूपए वेतन देता और साथ ही महंगी गाड़ियां भी दिलवा रखी थी, जिसका खर्चा भी राकेश ही उठाता था। साथ ही इन युवकों का व साथ रहने वाली 2-3 युवतियों को पूरा खर्चा भी राकेश मीणा ही उठाता था।
होटलों में कमरा लेकर रहते है आरोपी
पूछताछ में सामने आया कि ये आरोपी उदयपुर के अलग-अलग होटलों में कमरा किराए पर लेकर रहते थे। किसी होटल में पांच दिन तो किसी में सात दिन रहते थे। जिसका खर्चा भी जयपुर में इनका बास ही उठाता था। पुलिस को अब उन युवतियों की तलाश है जो इनके साथ रहती थी।