प्रतापगढ़। जिले के कई ग्रामीण इलाकों में बुधवार की देर रात को अचानक तेज कंपन और धमाके जैसी आवाज़ सुनाई दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। धमोतर, कुलमीपुरा, टांडा और बोरी सहित कई गांवों में झटके महसूस किए गए, जिससे लोग भयभीत होकर घरों से बाहर निकल आए। ग्रामीणों के अनुसार, कंपन करीब 4 सेकंड तक चला, और उससे ठीक पहले जोरदार विस्फोट जैसी आवाज भी सुनाई दी। घटना के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है और सोशल मीडिया व व्हाट्सऐप ग्रुपों पर लोगों ने इसे भूकंप का झटका बताते हुए सूचना साझा की। हालांकि मौसम विभाग और प्रशासन की ओर से अब तक किसी भूकंप की पुष्टि नहीं की गई है। जिला प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए वास्तविक कारणों की जांच के लिए टीमें भेज दी हैं। जानकारों का मानना है कि यह संभवतः हल्के स्तर के भूकंपीय झटके हो सकते हैं।

कुछ ग्रामीणों और सीसीटीवी फुटेज में सामने आया है कि कंपन से ठीक पहले एक तेज विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी। क्योंकि आमतौर पर भूकंप के समय ऐसा विस्फोट जैसी आवाज कम सुनाई देती है, हालांकि कुछ मामलों में तेज ध्वनि या गड़गड़ाहट संभव है। हालांकि कुछ जानकारों का मानना है कि कुछ मामलों में भूकंप के दौरान धमाके जैसी आवाज सुनाई दे सकती है। एसी आवाज उस समय उत्पन्न होती है जब पृथ्वी के भीतर चट्टानें टूटती हैं या खिसकती हैं। इससे उत्पन्न ऊर्जा कुछ क्षेत्रों में ध्वनि तरंगों के रूप में बाहर निकलती है। भूकंप का केंद्र सतह के क़रीब हो, धरती की सतह कठोर और चट्टानी हो और वातावरण शांत हो। ऐसे में कंपन के साथ साथ तेज आवाज या धमाका महसूस हो सकता है।
वही जिला कलेक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में जांच टीमों को भेजा है और कहा है कि प्रशासन पूरे मामले की गंभीरता से सीसीटीवी फुटेज व वैज्ञानिक आंकड़ों के आधार पर जांच कर रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और अफवाहों से दूर रहें।