उदयपुर। डॉ. लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ के हाथों प्रख्यात लोकसंस्कृतिविज्ञ डॉ. महेन्द्र भानावत ने शनिवार को लोकभूषण सम्मान ग्रहण किया। डॉ. भानावत को यह सम्मान उत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ द्वारा लोकसाहित्य एवं लोकपरम्परा से सम्बन्धित भारतीय लोकसाहित्य की विशिष्ट दीर्घकालीन हिन्दी सेवा के लिए दिया गया।
डॉ. लक्ष्यराजसिंह ने सम्मान स्वरूप उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान का सम्मान डॉ. भानावत को प्रदान किया, जिसके तहत दो लाख पचास हजार की धनराशि, ताम्रपत्र एवं शॉल भेंट किया। इस अवसर पर डॉ. लक्ष्यराजसिंह ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि डॉ. भानावत कई सालों से लगातार भारतीय साहित्य के क्षेत्र में भारतभर में मेवाड़ का नाम रोशन करते आ रहे हैं, जिससे भावी पीढ़ी को जीवंत प्रेरणा मिलती है।
महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन ने ही सबसे पहले 1984 में महाराणा सज्जनसिंह पुरस्कार दिया था। तब इस नाम से कोई पुरस्कार नहीं था पर फाउण्डेशन के संस्थापक महाराणा भगवतसिंह मेवाड़ ने डॉ. भानावत को सम्मानित करने के लिए इस पुरस्कार की घोषणा की और पहला पुरस्कार ही इन्हें प्रदान किया गया। मैं डॉ. भानावत के उत्तरोत्तर उत्कर्ष का हार्दिक विश्वासी हूं।
उल्लेखनीय है कि डॉ. भानावत को लोकभूषण सम्मान उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान ने दिया जिसमे दो लाख पचास हजार की धनराशि, ताम्रपत्र एवं शॉल शामिल है, उदयपुर में ये सम्मान मेवाड़ के हाथों डॉ भानावत को प्रदान किया गया।