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जनजाति के विकास के लिए प्रदेश में डबल इंजन की सरकार जरूरी – अर्जुनराम मुंडा

उदयपुर। केन्द्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि राजस्थान में यदि जनजाति समाज को विकास की डगर पर आगे बढ़ना है तो जनजाति समाज को प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनानी होगी। मुंडा ने कहा कि आने वाले 2023 राजस्थान में कांग्रेस सरकार को पलटना है और 2024 में एक बार फिर से केन्द्र में भाजपा की सरकार बनानी होगी।

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आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और विभिन्न वर्गों को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ने के लिए भाजपा का संभाग स्तरीय जनजाति प्रतिनिधि महासम्मेलन सुखाड़िया विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता झारखण्ड के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके और दूसरी बार केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा थे।

मुंडा ने वहां पर मौजूद जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार बनाने में जनजाति समुदाय विशेष योगदान है और इस बार जनजाति समुदाय को एक होकर भाजपा के पक्ष में मतदान करना है। मुंडा ने कहा कि देश में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी तो उन्होंने जनजाति समाज के विकास व उत्थान के लिए पहली बार जनजाति मंत्रालय का गठन किया, जिसे 10 साल तक रही यूपीए की सरकार संभाल नहीं पाई। वोट बैंक की राजनीति के कारण 10 साल तक मनमोहन सरकार मेें यह मंत्रालय अनाथ सा रहा। देश जब भाजपा की सरकार आई और नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब जाकर फिर से इस जनजाति मंत्रालय की सुध ली गई। आज जनजाति मंत्रालय देशभर में जनजाति समुदाय के लिए काम कर रहा है।

जनजाति मंत्री अर्जुनराम मुंडा ने कहा कि जनजाति समुदाय के विकास के लिए देश भर मेें नवोदय विद्यालय की तर्ज पर एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जा रहे है, जिसमें राजस्थान में 30 स्कूल खोले जाएंगे। उदयपुर संभाग में 7 स्कूल खोले जाएंगे, जिसमें हजारों बच्चे पढ़ेंगे। कक्षा 6 से प्रवेश लेने के बाद कक्षा 12 तक बच्चे इस विद्यालय में पढ़ेंगे और जिसका सारा खर्चा केन्द्र उठाएगा। अर्जुनराम मुुंडा ने कहा कि इन विद्यालयों के लिए 38 ्रहजार का स्टॉफ रखा जाएगा, जिसमें 10 हजार की भर्ती का विज्ञापन निकल चुका है। साथ ही बताया कि राजस्थान के तीन बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे है, जिसका सारा खर्चा जनजाति मंत्रालय उठा रहा है।

जनजाति मंत्रालय की छात्रवृति से प्रदेश के 10 हजार से अधिक बच्चे तकनीकी पढ़ाई कर रहे है और राजस्थान के करीब ढ़ाई लाख बच्चे अन्य अध्ययन जनजाति मंत्रालय की छात्रवृति से कर रहे है। मुंडा ने कहा कि जनजाति मंत्री आदि ग्राम विकास योजना का शुभारंभ किया है, जिसमें यह तय किया है कि ग्राम पंचायत में विकास सरपंच द्वारा करवाया जाएगा। जिसमें ग्राम सभा यह तय करेगी कि गांव में किस जीच की आवश्यकता है और उसी पर काम करवाया जाएगा।

मुंडा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार चुनाव को देखते हुए जमकर घोषणाएं कर रही है। इन घोषणाओं का जमीन स्तर पर कोई महत्व नहीं है और ये घोषणाएं कभी पूरी नहीं हो सकती है। मुंडा ने कहा कि सभी जनजाति वर्ग के लोगों को एक होकर कांग्रेस सरकार को हटाना है। कांग्रेस की सरकार में पेपर लीक हुए है, यह सरकार महिला अत्याचार में, दलित अत्याचार, बाल अत्याचार, भ्रष्टाचार में देश में नम्बर वन पर है। ऐसे में इस सरकार को बदला जाना आवश्यक है और भाजपा की सरकार बनाकर डबल इंजन की सरकार बनानी है।

वहीं प्रदेश की सहप्रभारी व राष्ट्रीय मंत्री विजय रहाटकर ने कहा कि राजस्थान में बड़ा वर्ग जनजाति समुदाय का है। दक्षिणी राजस्थान पूरा जनजाति समुदाय का है। इस क्षेत्र में 55 सीटें है और इनमें से अधिकांश सीटें जनजाति समुदाय की है। साथ ही कहा कि मेवाड़ और वागड़ की 28 सीटों में से 17 सीटें जनजाति समुदाय के लिए आरक्षित है। ऐसे में प्रदेश मेें सरकार बनाने में जनजाति समुदाय का विशेष योगदान है। कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को हटाना जरूरी है क्योंकि यह तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। विजय रहाटकर ने कहा कि हर विधानसभा में प्रत्येक सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधि को प्रतिदिन 25 लोगों से मिलना है और उन्हें केन्द्र की योजनाओं को बताना है।

साथ ही कांग्रेस सरकार की विफलताओं को भी गिनाना है। ताकी आम जन में फिर से क्रांति की एक लहर उठे और प्रदेश में भाजपा की सरकार बने। इस दौरान सांसद अर्जुन लाल मीणा, कनकमल कटारा, भाजपा के जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया, प्रदेश महामंत्री दामोदार अग्रवाल, जनजाति मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष नारायण मीणा, प्रदेश महामंत्री मोतीलाल मीणा, विधायक फूल सिंह, अमृतलाल, प्रताप भील, सामाराम गरासिया, शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, देहात जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान सहित कई ने उपस्थित थे। जनजाति प्रतिनिधि सम्मेलन में वर्तमान एवं पूर्व सरपंच, उपसरपंच, सहकारी बोर्ड के चेयरमैन, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख, प्रधान, उप प्रधान, विधायक, पूर्व विधायक, विधायक प्रत्याशी, सांसद, पूर्व सांसद, भाजपा मंडल पदाधिकारी से लेकर जिला अध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारियो ने हिस्सा लिया।

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