नगर निगम के ठेले हटाने की कार्रवाई के दौरान शनिवार को एक ठेला संचालक की हार्ट अटैक से हुई मौत के मामले में आक्रोशित ठेला संचालकों ने सोमवार को निगम से जिला कलेक्ट्री तक निकाली रैली और कलेक्ट्री के बाहर निगम के खिलाफ के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
इस मामले में सीटू जिलाध्यक्ष और पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने आरोप लगाए कि ठेला संचालक की यह आकस्मिक मौत नहीं, बल्कि हत्या है। मृतक के बेटे ने निगम अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने गलत तरीके से ठेला जब्त करना चाहा और इसी कार्रवाई से सदमें में पिता की मौत हो गई। बेटे ने निगम के 3 अधिकारियों के खिलाफ सूरजपोल थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है। मृतक के बेटे आरीफ हुसैन ने स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा, स्वास्थ्य निरीक्षक सुभाष शर्मा और राजस्व निरीक्षक राहुल मीणा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।वहीं ठेला संचालकों ने नगर निगम पर आए दिन प्रताड़ित करने के आरोप लगाए।
ठेला संचालकों का कहना है की हर बार अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को परेशान किया जाता है। नगर निगम पर कार्यवाही करने की मांग के साथ ही मृतक के परिजनों को 50 लाख मुआवजा, परिवार में एक को सरकारी नौकरी और दोषियों को जल्द सजा देने की मांग की है। मांगो को लेकर ठेला संचालकों ने सोमवार दोपहर 2 बजे तक ठेले बंद रखे। साथ ही 12 जून से पहले मांग नहीं पूरी की गई तो सभी नगर निगम के बाहर 12 तारिक से भूख हड़ताल पर बैठेंगे।