महिला दुधमुंही बच्ची को लेकर कुएं में कूदी, महिला का शव मिला, बच्ची की तलाश जारी
– सुबह दूध लेने के लिए बहाने निकली थी मृतका
– पीहर पक्ष भी मौके पर, किसी तरह की कोई शंका नहीं
– सिविल डिफेंस की टीम कर रही है तलाश
उदयपुर। शहर के बड़गांव थाना क्षेत्र में एक महिला दूधमुंहे बच्चे को लेकर कुएं में कूद गई। सिविल डिफेंस की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद महिला शव निकाल लिया पर छ: माह की बच्ची का शव नहीं मिला है। मौके पर मृतका के पीहर पक्ष के लोग भी आ गए है पर पीहर पक्ष ने भी कोई आरोप नहीं लगाया है। इधर पुलिस का कहना है कि संभवतया पारिवारिक विवाद के चलते ही महिला ने आत्महत्या की है।
पुलिस के अनुसार लोयरा निवासी निर्मला (30) पत्नी शंकर गमेती गुरूवार सुबह 6 बजे अपनी छ: माह की बेटी के साथ घर से दूध लेने के लिए निकली थी, लेकिन वह काफी देर नहीं आई तो घर वाले परेशान हो गए और परिजनों ने उसे तलाशना शुरू किया।
आस-पास काफी तलाश के बाद भी पता नहीं चला तो परिजनों ने उसके पीहर पालड़ी में सूचना दी। पीहर पक्ष ने भी निर्मला के घर पर आने से इंकार कर दिया। इस दौरान परिजनों ने एक सीसीटीवी कैमरा की फुटेज चैक की तो पता चला कि महिला घर से कुएं की तरफ गई थी।
यह कुआं बंद पड़ा है और करीब 50 फीट गहरा था। परिजनों ने मौके पर जाकर पुलिस को इस बारे में बताया। इस पर मौके पर बड़गांव थानाधिकारी पूरण सिंह राजपुरोहित मौके पर पहुँचे और सिविल डिफेंस की टीम को सूचना दी। सूचना पर सिविल डिफेंस के कैलाश मेनारिया, गोताखोर विजय नकवाल, भवानी शंकर वाल्मीकि, प्रकाश राठौड़ ने आते ही कुएं में शवों की तलाश शुरू कर दी। सिविल डिफेंस की टीम के कुछ सदस्य कुएं में उतरे तो बाकी सदस्यों ने कुएं के ऊपरी हिस्से से रस्से को नीचे डाला था और करीब आधे घंटे के प्रयास के बाद महिला निर्मला के शव को तो बाहर निकाल दिया पर बच्ची के शव का पता नहीं चला। सिविल डिफेंस की टीम सुबह से ही तलाश रही है पर शाम छ: बजे तक बच्ची के शव का पता नहीं चला। मौके पर मृतका का पीहर पक्ष भी मौजूद है, जिन्होंने किसी तरह का विवाद होने से इंकार किया है। माना जा रहा है कि पत्नी और पति के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा। तभी महिला बच्ची को लेकर निकली होगी।
डम्पर ने बाईक सवार मौसेरे भाईयोंको टक्कर मारकर कुचला, दोनों की मौत
उदयपुर। शहर के समीप नाई थाना क्षेत्र में सीसारमा रोड पर बुधवार शाम को एक डम्पर ने बाईक सवार दो मौसेरे भाईयों को टक्कर मारकर कुचल दिया, जिससे एक की मौके ही मौत हो गई और एक ने चिकित्सालय में दम तोड़ दिया।
पुलिस के अनुसार ललित (18) पुत्र मोहनलाल मेघवाल निवासी जुड़ा माण्डवा अपने मौसेरे भाई निलेश (17) पुत्र जयंतीलाल मेघवाल निवासी बिकरणी माण्डवा के साथ उदयपुर में चिकित्सालय में आंखो का उपचार करवाने के लिए आया था। शाम को दोनों पुन: एक ही बाईक पर सवार होकर पुन: अपने-अपने गांव जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में सीसारमा से आगे बांकीनाका रोड पर शाम करीब 6 बजे एक डम्पर ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे दोनों नीचे गिर पड़े और डम्पर का पहिया दोनों के उपर से निकल गया। जिससे ललित की मौके पर ही मौत हो गई और निलेश का नीचे का हिस्सा कुचला गया था।
हादसे के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल मृतक के शव मोर्चरी में रखवाकर घायल को चिकित्सालय भर्ती करवाया गया, जहां पर निलेश ने दम तोड़ दिया। परिजनों के आने पर गुरूवार को हैड कांस्टेबल राजेन्द्र सिंह ने दोनों का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
जेल में बंद व्यक्ति के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर कार लेने का मामला दर्ज
उदयपुर। शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने एक के खिलाफ उसके जेल में बंद रहने के दौरान उसके नाम से फर्जी दस्तावेज बनवाकर उसके नाम से कार लेने का मामला दर्ज करवाया है।
तेजसिंह पुत्र बद्री सिंह निवासी वार्ड नम्बर 27 उदय पार्क कॉलोनी हाल धोली मगरी नाकोड़ा नगर प्रतापनगर ने विशाल पुत्र किशनलाल शर्मा निवासी फ्लेट नम्बर 219 महावीरम् अपार्टमेन्ट बी ब्लॉक द्वितीय सेक्टर 4 के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसकी जान-पहचान वर्ष 2023 में उसके मित्र नरेन्द्र श्रीवास्तव के माध्यम से हुई थी। अरोपी ने उससे व्यवसाय रिसोर्ट एण्ड ट्रावेल्स एजेन्सी में पार्टनर बनने का वादा कर उसे विश्वास में लिया। उससे कहा कि वह उसके व्यवसाय में पैसे में निवेश करेगा और दोनों 50 प्रतिशत पार्टनर होंगे। 29 जून 2023 को आरोपी की शादी का रिशेप्शन उसके के रिसोर्ट रजवाडा पन्ना रत्न रिसोर्ट में रखा गया और उससे कहा कि केटरिंग, पण्डित, ढोल, खाना की व्यवस्था कर देना, जिसका वह बाद में पैसा आ कर देगा।
इन सभी का पैसा 2.17 लाख रूपए बने जो आरोपी से मांगे तो आरोपी ने उसे मात्र 40 हजार रूपए ऑनलाईन ट्रांसफर किए। शेष 1.77 लाख रूपए वह आज भी आरोपी से मांगता है। बार-बार तकाजा करने पर भी वह टालमटोली कर रहा है। आरोपी ने उससे कहा कि उसे एक कार लेनी है लेकिन उसका सिविल खराब है जिससे उसे लोन नहीं मिलेगा और उसने प्रार्थी के नाम से लोन करवाने के लिए कहा और कहा कि सारी किश्ते वह चुका देगा।
उसने विश्वास कर अपने नाम से लोन करवाकर एक कार खरीदवा कर दे दी, जिसकी उसने सिर्फ 2 किश्ते ही चुकाई। शेष किश्ते आज तक बकाया चल रही है। उसने कई बर किश्ते भरने के लिए कहा तो वह उसके व्हॉटसएप्प पर लोन जमा कराने की फर्जी रसीदे बनाकर उसे भेजी, जिसे उसने लोन कर्मचारी को दिखाई तो उसने बताया कि ये रसीदे फर्जी है। आरोपी ने उसे विश्वास में लेकर 500 रूपए के स्टाम्प पर एक भागीदारी डीड बनवाई, जिसमें 20 लाख रूपए का निवेश करने का हवाला दिया।
आरोपी ने उसके व्यवसाय में आज तक एक रूपया भी निवेश नहीं किया है और हर बार निवेश करवाने का आश्वासन दे रहा है। आरोपी 26 अक्टूबर 2023 को लोन पर ली कार का एक्सीडेन्ट कर दिया और आरोपी इंश्योरेन्स कम्पनी से मिलीभगत कर उसके नाम से फर्जी दस्तावेज (स्टाम्प एवं फोटो) लगाकर क्लेम भी उसके नाम से उठा लिया और किसी अंकित सिंह नाम के व्यक्ति ने कार शोरूम से निकलवा ली गई।
5 अक्टूबर 2023 को वह न्यायालय के आदेश पर केन्द्रीय कारागृह में था। वह एक माह तीन दिन तक केन्द्रीय कारागृह उदयपुर में बंद था और 8 नवम्बर 2023 को जमानत पर रिहा हुआ। 30 नवम्बर 2023 को उसे पता चला कि आरोपी ने एसपी मोटर्स टाटा वर्कशॉप बाईपास मादडी उदयपुर में गया तो उसे वहां पर सारी बात का पता चला कि उसकी अनुपस्थिति में फर्जी दस्तावेज बनवाए और उसका दुरूपयोग किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।