उदयपुर। शहर में शुक्रवार को दो बड़े हादसे हो गए। शहर की प्रमुख फतहसागर झील में तैरने के लिए गए एक फुटबॉलर की डूबने से मौत हो गई। मृतक अपनी काका और चचेरी बहन के साथ तैरने गया था। तैरना सीखने के लिए इस युवक ने ट्यूब को आगे फैंककर उसे पकड़ने के लिए झील में उतरा तो ट्यूब तक नही पहुुँच पाया और डूब गया। इसी तरह गंंगूकुंड में भी एक युवक तैरने के लिए गया था ौर सीढ़ियों पर बैठकर नहाने के दौरान यह कुण्ड में गिर पड़ा और डूब गया।
पुलिस के अनुसार फतहसागर झरने के पास मंथन (24) पुत्र देवेन्द्र अधिकारी निवासी इन्द्रा कॉलोनी टेकरी-मादड़ी लिंक रोड जो अपने चाचा और चचेरी बहन के साथ तैरना सीखने के लिए गया था। चाचा तो पानी के बाहर खड़े थेए मंथन और अंकल की बेटी तैरने के लिए पानी में उतरे। दोनों ने हाथ में ट्यूब पकड़ी हुई थी। फतहसागर झरने के पास तैरना सीखने के लिए उसने ट्यूब छोड़कर तैरने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उसने ट्यूब छोड़ी, वह गहरे पानी में चला गया। नीचे जलीय घास ज्यादा होने से वह ऊपर नहीं आ सका और डूबने से उसकी मौत हो गयी। मंथन जब पानी से बाहर नहीं आया तो काका और उनकी बेटी ने शोर मचाया तो आस-पास के लोगों ने अपने स्तर पर प्रयास किया। साथ ही पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस मौके पर आई और सिविल डिफेंस की टीम की सहायता से शव को बाहर निकाला। मंथन अच्छा फुटबालर था और वह तैरने में भी माहिर होना चाहता था। एएसआई नरेन्द्र सिंह ने मृतक के शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
गंगूकुंड पर नहाने गया युवक डूबा
प्रहलाद (39) पुत्र नाथूलाल खटीक निवासी खटीकवाड़ा आयड़ शुक्रवार सुबह गंगूकुंड में नहाने गया था, उसे अच्छे से तैरना नहीं आता था। इसलिए वह कुंड के किनारे सीढ़ियों पर बैठकर ही नहा रहा था, लेकिन सीढ़ियों पर काई होने से उसका पैर फिसल गया और वह कुंड में गिर गयाए तैरना नहीं आने से वह बाहर नहीं आ सका। वहां पर नहा रहे अन्य लोगों ने उसे बाहर निकालने का प्रयास किया पर वह बाहर नहीं आ पाया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने कुछ ही समय में शव को बाहर निकाल दिया। बाद में एएसआई हीरसिंह ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
– गोवर्धनविलास और प्रतापनगर पुलिस की बड़ी कार्यवाही
4 होटलों और गेस्ट हाउस में दबिश, इंवेट के बहाने बाहर से लड़कियों को बुलाकर वैश्यावृति करवाने में चार आरोपी गिरफ्तार
– आरोपियों से पूछताछ जारी, युवतियों को अच्छे पैसों का लालच देकर करवाते है वैश्यावृति
उदयपुर। पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि होटलों में देह व्यापार करवाए जाने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस पर गोवर्धनविलास थानाधिकारी भवानीसिंह राजावत को सूचना मिली कि प्राईड होटल बलीचा में संदिग्ध लड़किया व लडके बैठे हुऐ हैं, जिस पर थानाधिकारी के नेतृत्व में एसआई अर्जुन लाल, एएसआई देवेन्द्र पुरी, हैड कांस्टेबल मनोहर सिंह, कांस्टेबल दिनेश सिंह, अंकित सिंह, मणीलाल, महिला कांस्टेबल सुगना व स्पेशल टीम के जवानों ने दबिश दी। टीम ने बलीचा स्थित होटल सिटी प्राईड पर पहुंच होटल के काउंटर पर बैठे व्यक्ति से पूछताछ की तो उसने अपना नाम अशोक पुत्र देवीलाल कलाल निवासी करावली गींगला सलूम्बर होना बताया। होटल के सचांलक के बारे मे व संदिग्ध लडका-लडकी के बारे मे पूछा तो अशोक कलाल ने बताया कि इस होटल संचालक जयेश पाटीदार व जगदीश पटेल है। होटल के पीछे वाले हॉल मे लडकियों के साथ जयेश पाटीदार मौजदू है। जिस पुलिस टीम होटल के पीछे वाले हॉल मे पहुंचे, जहाँ पुलिस टीम के आने की भनक लगने से होटल संचालक जयेश पाटीदार पीछे के दरवाजे से भाग चुका था। हॉल मे 6 बैठी लडकियों के पूछताछ की और यहां पर आने का कारण पूछा तो लड़कियों ने बताया कि जगदीश पटेल व जयेश पाटीदार ने इवेंट मैनेजमेंट में काम करवाने के लिए बुलाया था।
जगदीश पटेल व जयेश पाटीदार ने अच्छा पैसा कमाने का प्रलोभन देकर कहा कि इस होटल में बाहर से जो लडके आते हैं, उनके साथ संबंध बनाने होंगे, इसके एवज में आरोपियेां ने अच्छे पैसों का लालच दिया। जगदीश पटेल व जयेश पाटीदार बाहरी लडकियो को इवेंट में काम दिलाने का झांसा देकर उदयपुर बुलाते है तथा उनको अधिक पैसो का लालच देकर देह व्यापार करवाते है। इस पर पुलिस ने होटल कांउटर पर बैठे अशोक कलाल को गिरफ्तार किया।
इसी तरह प्रतापनगर थानाधिकारी भरत योगी को सूचना मिली कि ढीकली रूद्र विहार विला के साथ-साथ डायमंड गेस्ट हाउस देबारी और सांवरिया गेस्ट हाउस पुराना आरटीओ रोड़ पर बाहर से युवतियों को बुलाकर अवैध रूप से देह व्यापार करवाया जा रहा है। इस सूचना पर थानाधिकारी योगी के नेतृत्व में एएसआई मोहन सिंह की एक टीम ने ढीकली रूद्र विहार विला पर दबिश दी, जहां पर सुनील कुमार पुत्र सतबीर यादव निवासी पहलवास रेवाडी हरियाणा और तारक पुत्र गोपाल किर्तिनिया निवासी गली नम्बर 10 तुगलकाबाद एक्सटेंशन कालकाजी दक्षिणी दिल्ली को पकड़ा।
इस होटल में भी बाहर से युवतियों को इवेंट के काम के बहाने बुलाकर वैश्यावृति करवाई जाती है। इसी तरह एसआई रणजीत सिंह के नेतृत्व में दूसरी टीम ने डायमंड गेस्ट हाउस देबारी पर दबिश देकर वहां से मावाराम पुत्र उदाजी पटेल निवासी कराकला बंबोरा कुराबड को गिरफ्तार कर यहां से भी युवतियां मिली, जो बाहर की थी। उन्हें भी इवेंट के काम के बहाने बुलाकर अच्छे पैसों का लालच देकर वैश्यावृति करवाई जाती थी। इसी तरह एसआई महेश जोशी के नेतृत्व में तीसरी टीम ने सांवरियां गेस्ट हाउस पुराना आरटीओ रोड़ पर दबिश देकर वहां से गेस्ट हाउस का संचालन कर रहे महेन्द्र पुत्र केवाजी पटेल निवासी बांसा गींगला को गिरफ्तार यहां से भी कुछ युवतियां मिली है, जो बाहर की थी। उन्हें भी इवेंट के काम के बहाने बुलाकर अच्छे पैसों का लालच देकर वैश्यावृति करवाई जाती थी। पुलिस संचालकों से पूछताछ कर रही है।
फर्जी नम्बरों से कॉल कर युवक को 25 किमी दूर जंगल में बुलाकर हमला करने में तीन गिरफ्तार
– एक आरोपी कुछ समय पूर्व पीड़ित के घर पर रह चुका है किराए पर
– जान से मारने की योजना बनाई पर पीड़ित को शंका होने पर आगे जाने से मना करने पर रास्ते में ही मारपीट कर छोड़ा
उदयपुर। शहर की गोवर्धनविलास थाना पुलिस ने एक मकान मालिक को फर्जी नम्बरों से फोन कर काम के बहाने शहर से 25 किलोमीटर दूर जंगल में बुलाकर जान से मारने की नीयत से हमला करवाने में फरार तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
थानाधिकारी भवानी सिंह राजावत ने बताया कि 30 अपै्रल को सोनू पुत्र हीरालाल गायरी निवासी आजाद नगर सैक्टर 3 ने मामला दर्ज करवाया कि वह और उसका दोस्त लोकेश गमेती दोनों पेस्ट कंट्रोल का कार्य करते है। 29 अप्रैल को एक अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी नम्बर से कॉल करके मधुमक्खी का छत्ता हटवाने के कार्य के लिए आराम बाग रमणी घाटी रोड बुलाया, जिस वह अपने दोस्त के साथ आराम बाग रमणी घाटी रोड पर पहुंचे। वहां से उसे जंगल की ओर ले जाने लगे। कुछ आगे जाने पर शंका होने पर उसने जाने से इंकार किया तो इन युवकों ने उसके व दोस्त के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया, जिससे इनके सिर में गंभीर चोट आई व बाईक भी तोड दी। शोर मचाने पर आरोपी वहां से फरार हो गए। इस पर मामला दर्ज कर थानाधिकारी के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल भैरूलाल, कांस्टेबल दिनेश सिंह, भगवती लाल, वैभव पण्डया, लोकेश रायकवाल की टीम ने घटनास्थल के आस-पास क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे चैक किए गए। बदमाश द्वारा प्रार्थी को कॉल करने के लिए प्रयुक्त मोबाईल नम्बर की कॉल डिटेल प्राप्त की तो पता चला कि जिस नम्बरों से फोन किया गया था वह फर्जी नाम पर लिया गया था और उसका उपयोग केवल प्रार्थी को फोन करने के लिए ही किया गया था। इसके अलावा इस नम्बर से किसी से भी बात नहीं की थी। जांच के दौरान ही पुलिस ने प्रार्थी सोनू गायरी के घर पर पूर्व किरायेदार राजेश मीणा की लोकेशन घटना के समय घटनास्थल के आसपास मिली। इस पर पुलिस टीम ने राजेश मीणा के कॉल डिटेल प्राप्त कर जांच की तो पता चला कि यह घटना राजेश मीणा ने अपने मित्र गटटू मीणा, नरेश मीणा, संजय मीणा व एक अन्य मित्र के साथ की है। जांच में सामने आया कि राजेश मीणा का अपने पूर्व मकान मालिक सोनू गायरी से कोई विवाद चल रहा था और राजेश मीणा इसी का बदला लेने के लिए सोनू गायरी को अपने दोस्तों के साथ मिलकर फर्जी नम्बर से कॉल कर मधुमक्खी का छत्ता हटवाने के बहाने से उसे उदयपुर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर जंगल में बुलाया व मारपीट की। इस पर मामले में पुलिस टीम ने एक आरोपी गट्टू उर्फ गटटु लाल पुत्र दीता मीणा निवासी बाबनवाडा गणेशघाटी ऋषभदेव को गिरफ्तार किया था। शेष फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने दबिश देकर योजना बनाने वाले राजेश पुत्र धनराज मीणा पगल्या जी ऋषभदेव, संजय पुत्र कांति लाल मीणा निवासी घाटी दरवाजा ऋषभदेव, नरेश मीणा पुत्र नारायण मीणा निवासी ऋषभदेव चौराहा को गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ की जा रही है।
जान से मारने की योजना थी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी राजेश मीणा ने सोनू गायरी को जान से मारने की योजना बनाई थी। उसके साथियों ने जब सोनू को बुलाया तो उन्हें विश्वास था कि सोनू अकेला ही आएगा पर जब सोनू के साथ लोकेश गमेती भी आ गया तो इन लोगों ने लोकेश को भी जान से मारने की योजना बनाई। आरोपी इन दोनों को फुसलाकर घने जंगल में ले जाना चाहते थे, ताकी दोनों को मारकर लाश जंगल में ही किसी खाई में फैंक दे पर रास्ते में सोनू को शंका होने पर आरोपियों ने बीच में मारपीट कर फरार हो गए।
नकबजनी की घटना का पर्दाफाश कर पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार, 5 लाख के जेवर बरामद
उदयपुर। शहर की सुखेर थाना पुलिस ने नकबजनी की घटना का पर्दाफाश करते हुए मास्टर मांइड महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने इनसे 5 लाख रूपए कीमत के जेवरात भी बरामद किए गए। सुखेर थानाधिकारी हिमांशु सिंह ने बताया कि 10 मई को पदमा मेघवाल ने थाने पर उपस्थित होकर रिपोर्ट दी कि दिन में 2 बजे से साढे 6 बजे के बीच में मेरे घर पर कोई नही था। उसके बाद जब घर आई तो देखा कि घर का सारा सामान बिखरा पडा मिला ओर अलमारी में रखी मेरी ज्वैलरी जिसमें लगभग 1 किलो से अधिक चादी ओर 6 तोला सोने की ज्वेलरी नहीं हैं। वहीं किसी ने कमरे की खिडकी तोड रखी थी साथ ही अन्य कमरे का ताला भी तोड रखा था।
इस रिपोर्ट के बाद मौके पर सीसीटीवी फुटेज, अन्य तकनीकी साधनों ओर मुखबिरों की मदद से अभियुक्तगणों तथा माल मुल्जिमान की तलाश की गई। इस दौरान प्रार्थी के मोबाईल नम्बर पर अज्ञात मोबाईल नम्बर से व्हाट्सअप कॉल आया कि तुम्हारा चोरी गया सामान हमारे पास है। कॉल करने वाले व्यक्ति ने प्रार्थी के घर से चोरी किये बैग का फोटो भेजा तो प्रार्थी ने भरोसा करके प्रार्थी से 20 हजार रूपये की ठगी कर ली। पुलिस टीम को उक्त ठगी का पता लगने पर पुलिस द्वारा जिस क्यूआर कोड पर ठगी की राशि मंगवाई उसका पता लगाया तो भीम क्षेत्र के किसी ईमित्र संचालक द्वारा बनाना पाया गया। इस पर मुख्य अभियुक्त हरीश सालवी को पकड कर पूछताछ की गई तो जानकारी में आया कि प्रकरण प्रार्थी के घर में किराये पर रहने वाली महिला कंचन सालवी ने अपने परिचित हरीश सालवी को बुलवाकर चोरी करवाई हैं। इसके बाद पुलिस ने हरीश के साथ कंचन सालवी, भपूेन्द्र भाट ओर विशाल नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया हैं।