– लक्ष्मणसिंह झाला और विजेन्द्र चौधरी की भूमिका को लेकर पूछताछ
उदयपुर। शहर की सुखेर थाना पुलिस ने मार्बल प्रोसेसर समिति के अध्यक्ष को रोककर जानलेवा हमला करने और गंभीर रूप से घायल करने में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में लक्ष्मणसिंह झाला और विजेन्द्र चौधरी की भूमिका को लेकर पूछताछ की जा रही है।
थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि उदयपुर मार्बल प्रोसेसर समिति के अध्यक्ष कपिल पुत्र महेन्द्र सुराणा निवासी मैन रोड भुपालपुरा ने 24 अप्रैल को वह अपने घर से चालक के साथ फैक्ट्री पर मजदूरो को भुगतान करने जा रहा था। रास्ते में सुखेर रोड़ पर एक पेट्रोल पम्प के पास पीछे से एक अन्य कार ने ओवरटेक कर ब्रेक लगा दिए। इसके बाद इस कार चालक ने तेजी से रिवर्स में लेकर टक्कर मार दी। इस तरह से तीन-चार बार रिवर्स में लेकर टक्कर मारी। इतने में कपिल की कार के पीछे एक अन्य कार व दो-तीन बाईक आई और कार में से विक्रम सिंह और निर्मल नागदा के साथ 7-8 व्यक्ति उतरे और आते ही लोहे के सरिए से कांच फोड़ दिए और फाटक खोलने का प्रयास किया, लेकिन कार के सेन्ट्रल लॉक होने से फाटक नही खुला तो विक्रम सिंह ने टूटे हुएं कांच से लोहे के सरिए से उसके सिर पर प्रहार किया तो हाथ बीच में लाकर बीच-बचाव का प्रयास किया। शेष बदमाश कार का दरवाजा खोलने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान लोग एकत्रित हो रहे थे।
विक्रम सिंह और निर्मल नागदा प्रहार करते हुऐ कह रहे थे कि कितनी बार कह दिया कि विजेन्द्र चौधरी के होटल के रास्ते मे रोडा लगा रहा है, जिससे चौधरी और लक्ष्मण सिंह झाला को प्राब्लम हो रही है। चौधरी और झाला पहले भी ट्रेलर दिखा चुके है पर उसके समझ मे नहीं आ रहा। भीड इक_ी होता देख वो लोग उसकी गाडी मे रखा बैग जिसमे तीन लाख रुपये थे जबरदस्ती गाडी से उठा कर भाग गए। धमकाया कि मुकदमा दर्ज करवाने पर इससे भी बड़ी घटना होगी। सुरणा ने बताया कि तीन चार दिन पूर्व विक्रम सिंह उसके घर के आस-पास रेकी करते हुऐ देखा गया था। सुराणा ने बताया कि विजेन्द्र चौधरी एवं लक्ष्मण सिंह झाला उसकी राया स्थित जमीन हड़पना चाहते है, जिसका दबाब बनाने के लिऐ पूर्व मेें धमकी देकर डराया था और झूठे मुकदमें दर्ज करवाए थे, जिसमें से कई में एफआर लग चुकी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। उदयपुर मार्बल प्रोससर समिति के अध्यक्ष पर हमला करने के विरोध में मार्बल व्यवसायियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिए और प्रदर्शन भी किया। इस पर थानाधिकारी के नेतृत्व में एसआई औंकार सिंह, हैड कांस्टेबल जगदीश, कांस्टेबल धनराज, अचलाराम, भारत सिंह की टीम ने जांच करते हुए विक्रम सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी रचका का कुंआ बाठेडा खैरोदा, भगवान सिंह पुत्र मांगू सिंह निवासी कनवदा केलवा, निर्मल पुत्र शंभूलाल नागदा निवासी रेबारियो का गुड़ा प्रतापनगर को गिरफ्तार किया है। मामले में विजेन्द्र चौधरी और लक्ष्मण सिंह झाला की भूमिका को लेकर भी पूछताछ की जा रही है।
– ब्लाईंड मर्डर का खुलासा, दो भाई गिरफ्तार, एक बाल अपचारी डिटेन
प्रेमिका व दोस्त की नजदीकियों के कारण की हत्या, हत्या के बाद नाबालिग का अपहरण कर किया दुष्कर्म
उदयपुर। जिले की पाटिया थाना पुलिस ने गत दिनों एक युवक की हत्या कर शव को नाले में फैकने के मामले का खुलासा करते हुए दो भाईयों को गिरफ्तार कर एक बाल अपचारी को डिटन किया। मृतक का एक आरोपी की प्रेमिका के साथ प्रेम-प्रसंग था। इसी के चलते आरोपियों ने मृतक की हत्या कर दी और नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया, जिसे भी मुक्त करवाया गया। एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पाटिया थाना क्षेत्र के खेड़ा घाटी गमेती फलां में एक नाले में 27 अप्रैल को एक युवक का शव पड़ा मिला था। मृतक के सिर पर चोंटो के निशान थे। लोगों ने शव को पड़ा देखकर पुलिस को बताया, जिस पर मौके पर पुलिस टीम गई। काफी प्रयास के बाद मृतक की पहचान लोकेश (24) पुत्र भूरा गरासिया निवासी अगनिया फलां बलवाड़ा कोतवाली डुंगरपुर के रूप में हुई। जांच में सामने आया कि मृतक खेड़ा घाटी गमेती फलां में रहने वाली अपनी मौसी मनु देवी पत्नी बाबुलाल खराडी निवासी खेडाघाटी के घर पर आया था।
यह 25 अप्रैल की रात्रि को खाना खाकर मौसी के घर पर सो गया था। सुबह जब मौसी ने इसे नहीं देखा तो सोचा की वह अपने घर पर चला गया होगा। पुलिस ने शव को खेरवाड़ा चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को बताया। परिजनों के आने पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इस मामले में एएसपी खेरवाड़ा अंजना सुखवाल, डिप्टी राजीव राहर के नेतृत्व में थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह, हैड कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, कांस्टेबल श्रवण कुमार, दानवीर सिंह, सुर्यवीर सिंह, विरेन्द्र कुमार, महेन्द्र सिंह, दिलीप कुमार, महेन्द्र कुमार,० लोकेश कुमार की टीम ने जांच शुरू की। जांच के दौरान ही पुलिस ने पता किया तो सामने आया कि मृतक लोकेश का एक नाबालिग के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस नाबालिग का पहले गांव के ही एक युवक अशोक उर्फ अश्विन के साथ प्रेम-प्रसंग था। इस पर पुलिस ने जांच करते हुए अशोक उर्फ अश्विन पुत्र विरेन्द्र उर्फ विरजी गरासिया निवासी आगनीया फलां बलवाडा डूंगरपुर, इसके भाई बलवीर उर्फ प्रवीण गरासिया को गिरफ्तार कर एक बाल अपचारी को डिटेन किया, जिन्होंने हत्या करना स्वीकार कर लिया।
आरोपियों ने लोकेश की हत्या कर नाबालिग लड़की को अपने साथ लेकर गए और अशोक उर्फ अश्विन ने उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपी अश्विनी की प्रेमिका से प्रेम करने पर मारा, पूछताछ में सामने आया कि बलवीर उर्फ प्रवीण गरासिया, अशोक उर्फ अश्विन गरासिया, बाल अपचारी तथा मृृतक लोकेश एक ही गांव के होकर आपस में मित्र थे। अशोक उर्फ अश्विन एक वर्ष पूर्व एक नाबालिक लडकी को अपने घर पर लाया था, जिस पर परिजनों की समझाईश व दोनो पक्षो के आपस मे बातचीत के बाद नाबालिक लडकी को उसके घर पर भेज दिया था। जिसके बाद से ही नाबालिक लडकी व आरोपी अश्विन की बातचीत बंद थी। मृृतक लोकेश का उस नाबालिक लडकी का प्रेम प्रसंग हो गया था, जिससे अशोक उर्फ अश्विनी नाराज चल रहा था। इसी नाराजगी के बीच मृतक लोकेश गमेती फला खेडाघाटी गंगानगर में अपनी के मासी के वहां पर चला गया था, जिसका इन आरोपियों को पता चला तो अशोक उर्फ अश्विनी ने अपने भाई बलवीर उर्फ प्रवीण गरासिया व बाल अपचारी के साथ मिलकर घात लगाकर हमला कर हत्या कर दी। इसके साथ ही आरोपी नाबालिग को अपहरण कर अपने साथ ले गए और अशोक उर्फ अश्विन ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने नाबालिग को आरोपियों के कब्जे से दस्तयाब किया जाकर मेडिकल परीक्षण करवाया गया।
अन्तर्राज्जीय चौपहिया वाहन चोर पकड़ा, राजस्थान व गुजरात में चोर किए वाहन
– पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठे बताएं नाम व पते
उदयपुर। शहर की हाथीपोल थाना पुलिस ने बड़े वाहन के चोरी करने के अर्न्तराज्जीय चोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ राजस्थान व गुजरात में 9 वाहन चोरी के प्रकरण दर्ज है और आरोपी ने पुलिस पकड़ में आने के बाद पुलिस को अपने झूठा नाम व पता बताया, ताकी उसका पुराना रिकार्ड ना मिले।
थानाधिकारी आदर्श कुमार ने बताया कि 22 अप्रैल को मोहम्मद हसन परवेज पुत्र नूर मोहम्मद निवासी सिलावटवाटी उपर की मस्जिद के पास ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी एक लोडिंग गाडी को उसने अश्वनी बाजारए कब्रिस्तान गेट के वहां खड़ी करके घर गया। दूसरे दिन आकर देखा तो गाड़ी गायब मिली।
इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर थानाधिकारी के नेतृत्व में एएसआई शम्भु सिहं, कांस्टेबल शिवराम सिंह, भँवर कंवर, कांस्टेबल धर्मपाल, मांगीलाल, कैलाश, रमाकांत पालीवाल की टीम ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक की और तकनीकी संसाधनों से पिकअप की तलाश की। तलाशी के दौरान पुलिस टीम ने एक आरोपी मुकेश कटारा उर्फ पप्पू पुत्र कालूलाल कटारा निवासी मेवाडा रामसागडा डुगंरपुर को डिटेन कर पूछताछ की उसने वारदात करना स्वीकार किया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
मोड़ासा में चला रहा था चोरी की गाड़ी, थाने में जब्त, पूछताछ में आरोपी मुकेश कुमार उर्फ पप्पू ने बताया कि वह 16 अक्टूबर 2023 को उदयपुर जेल से रिहा हुआ और दो दिन बाद ही गुलाब बाग रोड पर पड़ी पिकअप चोरी कर गुजरात चला गया, जहाँ वह इसको काम मे ले रहा था उसी दौरान उसके पास कागजात नही होने के कारण 28 नवम्बर 2023 को मोडासा ग्रामीण पुलिस ने पकड़ ली। उसने गुजरात पुलिस कागजात लाने का झूठ बोल कर रवाना हो गया। तभी से वो वाहन मोडासा पुलिस थाने मे ही पड़ा हैं। आरोपी की निशादेही से मोड़ासा थाने में पिकअप की जाँच की गई पता चला कि यह वाहन सूरजपोल थाने में एक वाछिंत था।
पुलिस को गुमराह करने नाम-पते ही बदल दिए
थानाधिकारी आदर्श कुमार ने बताया कि आरोपी ने अपना नाम मुकेश कटारा पुत्र कालूलाल कटारा निवासी मेवाडा रामसागडा डुगंरपुर होना बताया, जिसका पुलिस ने रामसागडा थाने से रिकार्ड प्राप्त किया तो उसका कोई रिकार्ड नही मिला। जिस पर एक जवान को आरोपी के घर पर भेजकर तस्दीक कराई गई तो पता चला कि वहां पर मुकेश कटारा नाम से कोई व्यक्ति नही है। आरोपी अपनी पहचान छुपा रहा था, जिससे पुन: पूछताद की तो तो आरोपी ने अपना वास्तविक नाम पप्पू पुत्र राम लाल उर्फ रामा कटारा निवासी गलन्दर रामसागडा डुगंरपुर का होना बताया। आररोपी के खिलाफ पूर्व में रामसागडा, कोतवाली, धम्बोला, सूरजपोल, हिम्मतनगर थाने में वाहन चोरी, नकबजनी के प्रकरण दर्ज है। आरोपी के खिलाफ अब तक आरोपी के कुल 9 प्रकरण चोरी के दर्ज है।