उदयपुर शहर के समीप वेस्ट जोन कल्चर सेंटर की और से लगने वाले शिल्पग्राम महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 21 दिसम्बर को शिल्पग्राम मेले का आगाज होगा। इस मेले में 25 राज्यों के कलाकार भाग लेते हैं और अपने—अपने राज्य की संस्कृति को मेले में आने वाले लोगों से रूबरू करवाते हैं। इसके अलावा मेले में देश के अलग—अलग राज्यों से शिल्पकार अपने —अपने राज्य की विशेष वस्तुओं के साथ यहां पहुंचते है और उनकी झलक अलग—अलग स्टॉलों पर देखने को मिलती हैं।
शिल्पग्राम महोत्सव में राजस्थान सहित पूरे मेवाड की संस्कृति की झलक दिखाई देती हैं। यहां पर आने वाले कलाकार संस्कृति को दर्शाते हैं इसके अलावा यहां पर तैयार की जाने वाले झोपडियों के साथ—साथ अन्य सभी चीजों में गांव की झलक दिखाई देती हैं। कुछ कलाकार अभी से पहुंच गए हैं। जो कि रिर्हसल करने के साथ ही यहां पर आने वाले पर्यटकों को मनोरजंन कर रहे हैं। शिल्पग्राम महोत्सव में प्रतिदिन शाम को 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होती हैं। इन प्रस्तुतियों में बाहर से आए कलाकार अपने राज्य की संस्कृति को सबके सामने रखने की कोशिश करते हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मिट्टी से मुक्ताकाशी मंच तैयार किया जा रहा हैं। इस मंच को पूरी तरह से सजाया जाएगा। इसके अलावा लोगों के बैठने की दर्शक दीर्घा को भी मिट्टी के लैप से तैयार किया जा रहा हैं। इस मंच से ही शिल्पग्राम महोत्सव का आगाज होता हैं। पश्चिमी सांस्कृतिक कला केन्द्र की और से होने से वाले शिल्पग्राम मेले का उद्घाटन प्रतिवर्ष राज्यपाल करते हैं। राज्यपाल केन्द्र के अध्यक्ष होने के नाते प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में भाग लेने आते हैं। इस वर्ष भी मेले का उद्घाटन 21 दिसम्बर को होने वाला हैं।