पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी बांसवाड़ा में त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन के बाद शुक्रवार को उदयपुर पहुंचे। देवनानी विभिन्न मंदिरो में दर्शन करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए।
भाजपा की पहली सूची पर देवनानी ने कहा कि सूची आने के बाद कोई विरोध नहीं हुआ बल्कि परिवार में थोड़ी बहुत नाराजगी हुई है। जेपी नड्डा के दौरे पर उन्होंने कहा कि चे डैमेज कंट्रोल के लिए नहीं बल्कि हर संभाग में कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देने के लिए दौरा कर रहे हैं। अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बयान पर देवनानी ने कहा कि वे पद छोड़ना नहीं चाहते हैं सिर्फ बहाना कर रहे हैं वह तो पद से चिपके रहना चाहते हैं, पहले भी जब राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए कहां तब भी पद नहीं छोड़ना चाहते थे इसलिए पद छोड़ने का सिर्फ बहाना है।
वहीं देवनानी ने कांग्रेस के अनुशासन को लेकर कहा कि कांग्रेस की बैठक में कांग्रेस के बड़े नेता भी शामिल नहीं होते हैं और बाद में अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक दूसरे पर टिप्पणी करते हैं मैंने यह नहीं कहा मैंने यह नहीं कहा। देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री लेवल का व्यक्ति भी इस तरह की अनुशासनहीनता करता है तो पूरी पार्टी ही अनुशासनहीन है। और भाजपा में उनकी पहचान भाजपा से ना कि भाजपा की पहचान उनसे है और उनकी पार्टी अनुशासन वाली पार्टी है।