पश्चिम क्षेत्र सांस्कृति केंद्र की ओर से शिल्पग्राम के दर्पण प्रेक्षागृह में 3 दिन के मल्हार कला उत्सव की शुरुआत शुक्रवार शाम 7 बजे पंडित कालिनाथ मिश्रा ने तबला तांडव के साथ की। शनिवार व रविवार को भी रोचक प्रस्तुतियां होंगी।
केंद्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि पंडित मिश्रा के साथ तबला, ढोलक एवं कोहन पर सत्यप्रकाश, अविनाश, हेमंत और सोहन ने संगत दी। मृदंगम पर दक्षिणामूर्ति, पखावज पर हेमंत, ड्रम्स पर प्रथमेश, सेक्सोफोन पर राजकुमार सोडा, गायन पर वैभव मांकड़, सारंगी पर मांडविया अर्पित, सितार पर अलका गुजर, खड़ताल पर देवू खान, कथक नृत्यांगना डॉ. खुशबू पांचाल, रितु पंवार, बिचित्रा मुखोपाध्याय तथा प्रांजल ने संगत देंगे। गायन, वादन और नर्तन से सुसज्जित यह कार्यक्रम उदयपुर में पहली बार आयोजित हो रहा है।
केंद्र निदेशक ने बताया कि उदयपुर और आसपास के कला प्रेमियों के लिए मल्हार उत्सव एक अनुपम भेंट है जिसमें दर्शक न केवल आनंदित होंगे बल्कि भारत की विभिन्न शास्त्रीय नृत्य शैलियों से परिचित होंगे। मल्हार रोज शाम 7 बजे दर्पण प्रेक्षागृह में होगा। कार्यक्रम में प्रवेश निशुल्क रहेगा।
कल 28 कलाकार करवाएंगे कथक-ओडिसी, कुचिपुड़ी समेत 7 नृत्य शैलियों से साक्षात
उत्सव की दूसरी शाम शनिवार को देश की विभिन्न शास्त्रीय नृत्य शैलियों का संगम देखने को मिलेगा। कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम, मणिपुरी, कथक, सत्रीया, ओडिसी और मोहिनीअट्टम की 28 कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी। इन सभी शास्त्रीय नृत्य शैलियों को संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित गुरु वनश्री राव ने निर्देशित किया है। इन कृतियों में मौलिकता और ताजगी का शानदार संगम है। विगत एक वर्ष में ‘रसा यूनाइटेडÓ ने 112 कार्यक्रम देकर इतिहास रचा है। उदयपुर के कला रसियों के लिए यह शानदार अवसर होगा। मल्हार उत्सव की अंतिम संध्या रविवार को हैदराबाद के शंकरानंद कलाक्षेत्र एन्सेम्बल द्वारा भरतनाट्यम की नयनाभिराम प्रस्तुतियां होंगी। पद्मश्री डॉ. आनंदा शंकर जयंत के निर्देशन में तैयार इन शानदार कृतियों को तेरह कलाकार प्रस्तुत करेंगे।
इन प्रस्तुतियों में देश के प्रसिद्ध लाइट डिजाइनर संदीप दत्ता अपनी प्रकाश योजना से उत्कृष्ट बनायेंगे। गुरु पद्मश्री आनंदा शंकर के कार्यक्रम की शुरुआत गणपति तालानम से होगा। इसके वाद शण्मुखा (भगवान् कार्तिकेय) के साथ मयूर नृत्य की पेशकश होगी। कार्यक्रम में शक्ति की पूजा में समर्पित नृत्य देवी उपासकम में देवी के विभिन्न स्वरूपों का दिव्य दर्शन होगा। उनकी कृति ओम नम: शिवाय में राग मालिका और तालमालिका के रूप में प्रस्तुत की जाएगी। इन प्रस्तुतियों में देश के ख्यात नाम और युवा कलाकार भाग लेने देश के विभिन्न राज्यों से आ रहे हैं। इनमें गुरु आनन्दा शंकर के अलावा मिथुन श्याम, नेहा सथान्पल्ली, निधि रामास्वामी, विद्या श्री पथी, अर्चिता भट्ट, रिधिश्री यादव, खेवना रेड्डी, अवनी चेत्लुरी, सुहानी चटर्जी, श्रेया सुनील, आराध्या गौतम और जेशिता रेड्डी शिरकत करेंगे।