राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर शहर में कई कार्यक्रम हुए। शहर जिला कांग्रेस कमेटी की और से गुलाबबाग स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित की गई।
इस मौके पर शहर जिलाध्यक्ष फतह सिंह राठौड ने महात्मा गांधी की मूर्ति को चश्मा पहनाया। बता दे कि पिछले लम्बे समय से मूर्ति से चश्मा घायब होने के बावजूद किसी ने सूद नहीं ली थी। वहीं जिला प्रशासन की और से भी किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया लेकिन अब शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने पहल करते हुए मूर्ति पर चश्मा पहनाया गया हैं।
वहीं इस मौके पर सभी कार्यकर्ताओं ने पुष्पाजंलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया और उनके बताए रास्तों पर चलने की बात कही। शहर जिलाध्यक्ष फतह सिंह राठौड ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके विचार घर—घर पहुंचाने की जरूरत हैं।
गांधी शास्त्री जयंती पर हुए आयोजन : सत्याग्रह के युग पुरूष है महात्मा गांधी
उदयपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर शहर में विभिन्न कार्यक्रम हुए। शहर के गुलाब बाग स्थित गांधी मूर्ति पर जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, शांति एवं अहिसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पंकज कुमार शर्मा, समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक मानदाता सिंह राणावत ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर शान्ति एवम् अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पंकज शर्मा ने कहा की महात्मा गांधी सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह के युग पुरूष है वर्तमान में गांधी जी के विचार आज भी उतने ही संगत और उपयुक्त है जितने उस समय थे। आज उनके विचारों को समझने की बड़ी आवश्यकता है। वहीं शास्त्री सर्कल स्थित देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उनकी प्रथिमा स्थल पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और जय जवान-जय किसान के नारों से वातावरण को गुंजाएमान कर दिया। इस अवसर पर अशोक तंबोली, जगदीश नागदा, गोपाल सिंह बंसीलाल पालीवाल, उमेश शर्मा, भगवान सोनी, प्रमोद वर्मा, फिरोज अहमद शेख, गोविंद सक्सेना, सुभाश चित्तौड़ा, प्रेम मेघवाल सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
सर्व धर्मसभा का आयोजन, निकली पद यात्रा
पुष्पांजलि के दौरान सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आंयोजन हुआ, इसमें सभी धर्म के व्यक्तियो सहित भारत स्काउट एवं गाइड के भगवती लाल साहु, विजय लक्ष्मी वर्मा, वंश राज गमेती ने विद्यार्थियों के साथ गांधीजी के प्रिय भजनों वैष्णव जन तो तेने कहिए, रघु पति राघव राजा राम सहित अन्य भजन की प्रस्तुतियां दीं। वहीं सर्व-धर्म प्रार्थना सभा के पश्चात शर्मा एवं राणावत ने पद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पैदल यात्रा विभिन्न मार्गो से होते हुए देहली गेट स्थित अमर शहीद शांतिलाल मेहता और आनंदीलाल खेड़वा का माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
गांधी – शास्त्री की जयंती पर विद्यापीठ में संगोष्ठी का आयोजन
उदयपुर। गांधी के दर्शन पहले भी प्रासंगिक थे आज भी है और आगे भी रहेंगे। बापू ने अहिंसा से दुनिया को नई राह दिखाई। जिसने मानवता,सत्य,अहिंसा को इस रूप में जिया की वो राष्ट्र ही नही वरन अंतरराष्ट्रीय मानस पटल पर अनंत काल का पथ प्रदर्शक बने रहेंगे। गाँधी एक ऐसी विचार धारा है जो हमें छोटे छोटे संकल्पों से महानतम में बदलने का सामर्थ्य रखती है।यह विचार सोमवार को महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय में अहिंसा – गांधी दर्शन विषय पर आयोजित संगोष्ठी में कुलपति प्रो.एस. एस.सारंगदेवोत ने कही। अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के मौके पर डॉ महेंद्र वर्मा तथा उनके टीम द्वारा गांधी के प्रिय भजन वैष्णव जान तो तेने कहिये,साबरमती के संत तथा रघुपति राघव भजनों की प्रस्तुति दी गई।
प्राचार्य प्रो सरोज गर्ग, रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी के अहिंसा के सिद्वांतों अपने जीवन में उतारेंगे तो कभी असफल नहीं होंगे। इस मौके पर डॉ. सरोज गर्ग, डॉ. अमी राठौड, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. बलिदान जैन ने पुष्पांजलि अर्पित कर बापू को नमन किया।
गांधी व शास्त्री की जयंती पर देहात कांग्रेस कार्यालय में हुआ पुष्पांजलि कार्यक्रम
उदयपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सूरजपोल स्थित देहात जिला कांग्रेस कार्यालय में पुष्पांजलि अर्पित कर गोष्ठी का आयोजन हुआ। देहात जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित ने बताया कि इस मौके पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी में देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी ने कहा कि महात्मा गांधी एक व्यक्ति नहीं बल्कि सोच है। भाजपा और आरएसएसवादी लोग उनकी सोच को कभी मार नहीं सकते। उनकी सोच आज भी जिंदा है और हमेशा जिंदा रहेगी। देश को आजाद कराने में गांधीजी और शास्त्री जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा और आज देश में जो स्वस्थ लोकतंत्र एवं संविधान की स्थापना हुई है उसमें गांधी जी और शास्त्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन का विशेष योगदान है।
गोष्ठी में देहात उपाध्यक्ष मोड़ सिंह सिसोदिया, कोषाध्यक्ष मोहन लाल औदिच्य, महासचिव महेश त्रिपाठी, लक्ष्मी नारायण मेघवाल, पूर्व प्रधान रेशमा मीणा, टीटू सुथार, मोती लाल शर्मा, रत्न लाल पूर्बिया, दिनेश औदिच्य, पन्ना लाल मेघवाल, गोगुंदा प्रधान तुलसी मेघवाल, जिला परिषद सदस्य चुन्नी लाल सांखला सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।