उदयपुर। प्रतापगढ जिले के धरियावद कस्बे में एक पति ने अपनी पत्नी को गांव में निर्वस्त्र कर घुमाने का मामला सामने आया है। महिला का विडियों वायरल होने पर सरकार की कठोर कार्यवाही के निर्देश पर पुलिस ने पति सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी धरियावद पहुँचे और पीड़िता को 10 लाख रूपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि महिला की शादी डेढ़ साल पहले ही इस गांव के युवक के साथ हुई थी। शादी के छह महीने बाद महिला पडोस के गांव ऊपला कोटा के एक युवक के साथ चली गई थी। महिला साल भर बाद 30 अगस्त को जब युवक के साथ वापस लौटी, तो उसके ससुराल वाले उसे जबरन अपने गांव पहाड़ा ले आए। इसके बाद पति ने गांव वालों के सामने ही उसके कपडे उतारे और निर्वस्त्र कर घुमाया। जिसका विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। महिला छह महीने की गर्भवती है। विडियों वायरल होने पर सरकार ने कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए और एडीजी क्राईम दिनेश एमएन को धरियावद भेजा। पुलिस ने इस मामले में पुलिस की छ: टीमों ने जंगलों में दबिश देकर कान्हा पुत्र लालिया निवासी पहाड़ा, नाथू पुत्र नगजी मीणा, वेनिया पुत्र भेरा मीणा निवासी धरियावद, पिंटू पुत्र भेरिया, खेतिया पुत्र लांबिया, मोतीलाल पुत्र राम मीणा निवासी पहाड़ा, पुनिया पुत्र बाबरिया मीणा केसर पुत्र मॉर्निंग मीणा निवासी पहाड़ा, सूरज पुत्र केसर मीणा एवं नेतिया पुत्र पाचीया मीणा धरियावद को गिरफ्तार किया है। मामले में शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत धरियावद पहुंचे और पीड़िता से मुलाकात कर उसे 10 लाख रूपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
राजे व महिला आयोग ने की निंदा
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना की निंदा की है। जांच के लिए कमेटी गठित की है। आयोग ने राजस्थान के डीजीपी से मामले में फौरन एक्शन लेने को कहा और पांच दिन के अंदर इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने की घटना की निंदा की हैं। उन्होंने प्रदेश में इस तरह की घटना के प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रदेश महिला अत्याचार में पहले नम्बर पर हैं।
समय पर कार्यवाही कर आरोपियों को पकड़ा – सीएम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को सभी कार्यक्रम रद्द करने के बाद दोपहर में धरियावद पहुंचे। सीएम ने कहा ये बहुत दुखद घटना है। गांव में सूचना की सुविधा ना होने के बावजूद क्षेत्र के एमएलए, एसएचओ और एसपी ने गंभीरता से काम लिया है। मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया गया है। बीजेपी के विरोध, प्रदर्शन और नेताओं के बयान पर सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी इस घटना की मणिपुर की घटना से तुलना कर आरोपियों की मदद कर रही है।