उदयपुर। शहर के सुखेर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने वन विभाग के रेंजर व वन नाका सहित अन्य के खिलाफ जबरन उसकी जमीन में घुसकर तोड़फोड़ करने और जमीन को अन्य को बेचने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार सुनील पुत्र स्व. आत्मप्रकाश अरोड़ा निवासी आदर्श नगर मार्ग उदयपुर ने मांगीलाल व अन्य कार्यालय वन विभाग चीरवा अंबेरी, नरपत सिंह राठौड रेंज वन विभाग चीरवा अम्बेरी, योगेश कुमावत पुत्र भीलूराम कुमावत निवासी सास मन्दिर के पास सरे कैलाशपुरी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसकी जमीन नागदा कैलाशपुरी में स्थित है। उसने यह जमीन 24 दिसम्बर 2019 को योगेश कुमावत पुत्र भीलूराम कुमावत निवासी पुला से खरीदी थी। योगेश कुमावत ने यह भूमि गोपा पुत्र मोला भील निवासी नागदा से 5 अगस्त 2008 को खरीदी है। योगेश कुमावत को बेचने करने वाले व्यक्ति गोपा पुत्र मौला भील ने इस जमीन को तहसीलदार गिर्वा से कृषि से अकृषि संपरिवर्तन करवाई थी। इस जमीन पर पूर्व से ही पत्थरों की कोट बनी हुई है। जिस पर उसने 28 मार्च 2003 को पर्थ इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स द्वारा इस भूमि का लैण्डमार्क करवाया और इस भूमि को चिन्हित कर सीमेन्ट के पोल सहित तारबंदी करवाई थी।
31 मार्च 2003 को कैलाशपुरी वन विभाग के कर्मचारी बिना किसी सूचना के मांगीलाल व अन्य 3-4 कर्मचारी आये और काम कर रही लेबर को डराया धमकाया व उनके साथ गाली-गलौच व बदतमीजी की। साथ ही जमीन में प्रवेश कर सभी पोल तोड़ दिये गये एवं लेबर को भगा दिया। पोल उखाड़ कर तोड़फोड़ कर दी। इस पर कैलाशपुरी रेंजर नरपत सिंह से मोबाईल पर बात किये जाने के लिए सम्पर्क किया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया व दोबारा फोन करने पर उठाने पर कोई उचित जवाब नहीं दिया। उसके द्वारा पुन: जमीन की पोल से तारबंदी करवाई, जो पुन: वन विभाग कर्मचारी मांगीलाल व अन्य द्वारा पोल तोड़ दिए व तार काट दिए। इस पर जब रेंजर नरपत सिंह से मिलने पर उन्होंने कहा कि यह जमीन पुन: योगेश कुमावत को दे दे और रूपया ले ले। इस प्रकार रेंजर नरपत सिंह उसकी जमीन का पड़ोसी योगेश कुमावत, वन नाका स्टाफ मांगीलाल व अन्य हमसलाह होकर उसकी जमीन हड़पना चाहते हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।