राजस्थान का फाइनेंशियल स्ट्रक्चर इस तरह बिगड़ चुका है कि अगर केंद्र सरकार के हाथ में होता तो केंद्र सरकार राजस्थान सरकार को दिवालिया घोषित कर देती लेकिन इस तरह का कोई भी कानून नहीं होने की वजह से केंद्र सरकार यह करने में सक्षम नहीं है यह कहना है भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल का।
विधानसभा चुनाव को लेकर उदयपुर पहुंचे गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जीएसटी वसूलने के बाद अलग-अलग राज्यों के लिए तय की गई सीमा के आधार पर राजस्थान को दी जाने वाली राशि में से 56 प्रतिशत राशि राज्य सरकार के कर्मचारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को सैलरी के रूप में खर्च की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर 44 प्रतिशत राशि राज्य सरकार अलग-अलग कामों के लिए खर्च कर सकती है। गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार जिस तरह से अलग-अलग बातें कर रही है उनका पूरा करने में वह सक्षम नहीं होगी ऐसा उनका मानना है।
इसके बाद अग्रवाल ने भी एक बार फिर डबल इंजन की सरकार की बात कहते हुए कहा कि अगर डबल इंजन की सरकार होती है तो आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि विकास किस गति से होगा जहां-जहां पर डबल इंजन की सरकार है वहां पर विकास की गति में तेजी आई है। जन कल्याण की योजनाएं तेजी से चलने के साथ ही राज्य की सरकार केंद्र सरकार के साथ सहयोग कर कार्य करने विकास हो रहा है। अग्रवाल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार होने की वजह से राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इंडस्ट्री डेवलपमेंट के साथ-साथ अन्य विकास के कार्य भी तेजी से होते हैं। विश्वकर्म योजना के अंतर्गत उन लोगों को लाभ मिल रहा है जो कि छोटे-छोटे काम कर अपने और अपने परिवार को पाल रहे हैं।