– कांग्रेस के नेताओं पर मथुरेश नागदा को अध्यक्ष के रूप मेें जोईन करवाने का आरोप
– मथुरेश नागदा ने किया आरोपों को खारिज, कहा केवल रजिस्ट्रार से मिलने गए थे
– बैंक के वाईस चैयरमने ने करवाया कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज
उदयपुर। भूमि विकास बैंक में चैयरमेन पद पर जोईन को लेकर कांग्रेस और भाजपा नेताओं में भिड़ंत हो गई। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया कि इस बैंक के पूर्व अध्यक्ष मथुरेश नागदा ने जबरन अध्यक्ष पद पर जोईन करने पहुँच गए और जबरन जोईन कर ली और कांग्रेस नेताओं ने बैंक परिसर में नारेबाजी की। इधर मथुरेश नागदा ने जोईन करने से इंकार कर दिया और कहा कि वे केवल अपने समर्थकों के साथ केवल रजिस्ट्रार से मिलने के लिए गए थे और ज्ञापन देकर निकल गए। वहीं बैंक के वाईस चैयरमेन ने भुपालपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया है।
जानकारी के अनुसार भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष व डायरेक्टर के चुनाव को लेकर कई समय से विवाद चल रहा है। इसी विवाद के बीच में शुक्रवार को बैंक चैयरमेन रेवा शंकर गायरी और वाईस चैयरमेन किशन निमावत बैंक में अपने कक्ष में थे। इसी दौरान बैंक के पूर्व चैयरमेन मथुरेश नागदा अपने कुछ समर्थको के साथ पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया। बैंक में चैयरमेन और वाईस चैयरमेन के साथ अभद्रता की और कक्ष से बाहर निकालने का प्रयास किया। इस दौरान मथुरेश नागदा ने पास में ही एक कक्ष के बाहर अपने आप को अध्यक्ष लिखा हुआ एक पोस्टर चिपका दिया और अंदर कुर्सी पर जाकर बैठ गए। इनके साथ आए लोगों ने मालाएं पहनाई और गुलदस्ते देकर पद्भार ग्रहण करने जैसा माहौल बनाया। इसके बाद मिठाई और नाश्ता आया और सभी ने नाश्ता किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस जिंदाबाद के नारे भी लगाए। यह देखकर भाजपा के बैंक चैयरमेन और वाईस चैयरमेन ने भाजपा नेताओं को फोन किया।
इस पर मौके पर भाजपा नेता और कार्यकर्ता पहुँचे। भाजपा और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता वहां से चले गए। मामले के बाद भाजपा नेता और बैंक चैयरमेन रेवा शंकर गायरी और वाईस चैयरमेन किशन निमावत के साथ भुपालपुरा थाने गए और वहां पर किशनलाल निमावत ने थाने मेें मथुरेश नागदा, दिनेश नागदा, कमल चौधरी, शंकर चंदेल, ओम प्रकाश नागदा, नवीन नागदा सहित 10-12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। इधर बैंक के पूर्व अध्यक्ष मथुरेश नागदा का कहना है कि वे बैंक में रजिस्ट्रार को ज्ञापन देने के लिए गए थे और वहां पर बैठकर नाश्ता किया था। नागदा ने पद्भार ग्रहण करने से इंकार कर दिया।
कोर्ट के आदेश पर चल रही है पुरानी कार्यकारिणी
भाजपा नेता प्रमोद सामर ने बताया कि भूमि विकास बैंक के लघुत्तर ईकायों के चुनाव हो चुके है और 56 लोग चुनकर आ चुके है। इन सभी को बैंक के 12 डायरेक्टर को चुनना होता है और 12 डायरेक्टर मिलकर चैयरमैन और वाईस चैयरमेन चुनते है। सामर ने बताया कि पांच साल में एक भी लोन नहीं हुआ है ऐसे में चुनाव अधिकारी ने नियमानुसार डायरेक्टर के चुनाव कराने से मना कर दिया। इसके बाद भाजपा नेता न्यायालय की शरण में गए, जहां से आदेश लेकर आए कि जब तक डायरेक्टर, चैयरमैन और वाईस चैयरमेन के चुनाव ना हो तब तक पुराने चैयरमैन और वाईस चैयरमेन ही काम करेंगे। इसी आधार पर चैयरमेन रेवा शंकर गायरी और वाईस चैयरमेन किशन निमावत के रूप में काम कर रहे है और ये लोग जबरन पदभार ग्रहण करने आए।
बेटा, बेटे का साला और चालक का बेटा कर रहा काम
भाजपा नेता प्रमोद सामर का कहना है कि इस बैंक मेें मथुरेश नागदा का बेटा, इसके बेटे का साला और चालक का बेटा काम कर रहा है। जिन्हें निकाल दिया था पर वे कहते है कि उनके पास कोर्ट का स्टे है, जबकि बता नहीं रहे। एक घंटे के लिए आते है और हर माह वेतन उठा रहे रहे है। इस पर मथुरेश नागदा का कहना है कि ये तीनों उनके बैंक के अध्यक्ष बनने से पहले काम कर रहे है।
इनका कहना है
भूमि विकास बैंक में मथुरेश नागद अपने समर्थकों के साथ जबरन आए और अध्यक्ष पद पर पद्भार ग्रहण करने जैसा किया। वर्तमान चैयरमेन रेवा शंकर गायरी और वाईस चैयरमेन किशन निमावत से अभद्रता की। बैंक परिसर में नारेबाजी की और हंगामा करने का प्रयास किया। इसके खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाया है।
प्रमोद सामर, भाजपा नेता और भाजपा प्रदेश संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ
हाईकोर्ट ने चुनाव के फार्म खारिज किए थे उसे गलत बताते हुए चुनाव जारी रखने के लिए कहा। इसी को लेकर 2 मई को एक होटल में लघुत्तर ईकाईयों के पदाधिकारियों की बैठक रखी थी, जिसमें तय किया कि चुनाव अधिकारी को ज्ञापन देने जाएंगे तो ज्ञापन देने गए थे। जहां पर बैठे चाय-नाश्ता किया और निकल गए। कोई पदभार ग्रहण नहीं किया। मुकदमें के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
मथुरेश नागदा, पूर्व अध्यक्ष भूमि विकास बैंक उदयपुर