उदयपुर। कहते हैं कि माता पिता ही अपने बच्चों के पहले गुरू होते है और बच्चे भी उनसे बहुत कुछ सीखते हैं। यह बात हम इसलिए कह रहे है कि 12 साल की अंशिता पारीख ने यह सिद्ध कर दिखाया कि उनके माता पिता जब समाज सेवा के तहत जरूरतमंदो की सेवा कर सकते है तो वे क्यों नहीं।
अंशिता पारीख नाम की छोटी सी बच्ची शहर के सेंटमेरी स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ती हैं और उसने अपने माता पिता की समाजसेवा से प्रभावित होकर कैंसर पीड़ितो के लिए बाल डोनेट करने का निर्णय लिया। अंशिता ने अपने 12 वें जन्मदिन के मौके पर 12 इंच बाल डोनेट किए। महिला हो या बालिका सभी के लिए बाल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और अधिकांश को अपने बाल बड़े रखना अच्छा भी लगता हैं लेकिन यहां पर अंशिता ने अपनी खुशी से ज्यादा उन जरूरतमंदो की मदद करने की सोची जिन्हें इन बालो की ज्यादा जरूरत हैं।
अंशिता जन्मदिन के मौके पर शहर के प्रभात सेलून पर पहुंची और वहां संचालक अशोक पालीवाल के माध्यम से अपने बाल डोनेट किए। अशोक पालीवाल लम्बे समय से बाल डोनेट करने के लिए महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक करने का काम कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक महिलाएं और बालिकाएं अपने बाल डोनेट कर कैंसर पीडितों की मदद कर सकें।