उदयपुर। जी-20 शेरपा सम्मेलन सहित कई अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय आयोजनों की सफलता के बाद उदयपुर प्रमुख आयोजनों का केंद्र बना हुआ है। शहर में 20 से 23 अगस्त तक 9 वां सीपीए भारत क्षेत्र सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है।
सम्मेलन में सभी राज्यों की विधानसभाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं अन्य अधिकारी भाग लेंगे। सम्मेलन की अध्यक्षता लोक सभा अध्यक्ष करेंगे। इसके अलावा लंदन स्थित सीपीए मुख्यालय से अध्यक्ष तथा महासचिव भी भाग लेंगे। सम्मेलन के उद्घाटन एवं समापन सत्र में मुख्यमंत्री की उपस्थिति भी प्रस्तावित है। इस दौरान राजस्थान के सभी सांसद और सभी विधायक भी उदयपुर पहुँच कर कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। सम्मेलन की सफलता के लिए प्रशासन जुट गया है और जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के नेतृत्व में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
विधानसभा प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने ली बैठक
9 वें सीपीए भारत क्षेत्र सम्मेलन के सफल आयोजन को लेकर शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने जिले के चुनिंदा विभागों की बैठक ली। इस दौरान जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, एसपी भुवन भूषण, स्मार्ट सिटी सीईओ अपर्णा गुप्ता, जिला परिषद सीईओ सलोनी खेमका, एडीएम (प्रशासन) ओ पी बुनकर सहित अन्य अधिकारियों से उन्होंने तैयारियों को लेकर चर्चा की।
इन व्यवस्थाओं के लिए हुई चर्चा
बैठक में विधानसभा के प्रमुख सचिव शर्मा ने सम्मेलन के दौरान विभागों से समन्वय तथा विधानसभा द्वारा संचालित कंट्रोल रूम में नोडल अधिकारी पदस्थापित करने, प्रतिनिधियों के साथ लाइजनिंग ऑफिसर लगाने, लाइजनिंग ऑफिसर्स की सूची मे मोबाइल नंबर विधानसभा को शीघ्र भेजने, कंट्रोल रूम के लिए चार आईएएस या आरएएस अधिकारियों का पदस्थापन करने, कॉन्फ्रेंस के बाद टूर के उपयुक्त स्थान का चयन करने, डिनर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था करने, मुख्य मार्गों का सौंदर्यीकरण एवं साफ सफाई करने आदि को लेकर दिशा-निर्देश दिए।
उदयपुर की टीम अनुभवी, सम्मेलन का करेंगे सफल आयोजन -कलक्टर
बैठक को संबोधित करते हुए कलक्टर पोसवाल ने प्रमुख सचिव शर्मा को विश्वास दिलाया कि उदयपुर में 9वें सीपीए भारत क्षेत्र सम्मेलन का सफल आयोजन करने के लिए प्रशासन दिन-रात मेहनत करेगा। उन्होंने कहा कि उदयपुर में अधिकारियों की कुशल टीम है जो इस आयोजन को सफल बनाएगी। बैठक में विद्युत, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, रेलवे, एयरपोर्ट, स्मार्ट सिटी, पुलिस, चिकित्सा, जनसम्पर्क, पर्यटन, देवस्थान आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।