अफ्रीका महाद्वीप के देशों समेत एशियाई देशों में फैल रहे मंकी पॉक्स वायरस के केस को देखते हुए केन्द्र सरकार की ओर से जारी एडवाइजारी के बाद अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने भी विदेश से आने वाले नागरिकों के लिए एहतियात बरतने के निर्देश दिए है। हाल ही के दिनों में फिलहाल मंकी पॉक्स का भारत में तो कोई केस सामने नहीं आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इमरजेंसी घोषित करने के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसे लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है।
डॉक्टर्स का कहना है कि ये एक संक्रामक बीमारी है। इस वायरस की चपेट में आए मरीज के शरीर पर चने के जैसे बड़े-बड़े दाने आते है। इसके साथ ही मरीज को तेज बुखार के साथ मासपेशियां दुखने लगती है। डॉक्टरों के मुताबिक ये एक वायरल संक्रमण डिजीज है और एक दूसरे के संपर्क में आने से तेजी से फैलती है। मंकी पॉक्स से ग्रसित मरीजों में शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, बदन दर्द और शरीर पर दाने के अलावा कंपकंपी छूटना, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। ये लक्षण संक्रमण के 5वें दिन से 21वें दिन तक आ सकते हैं।
अफ्रीकी देशों से आने वालों पर विशेष नजर
एडवाइजरी में अफ्रीकी देशों से ट्रैवल करके आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने के लिए कहा है। अगर कोई विदेश से यात्रा करके आता है और उस व्यक्ति में इस तरह की बीमारी के लक्षण दिखते हैं। उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। प्रशासन को सूचित करना चाहिए। इसी तरह अगर कोई संदिग्ध मिलता है। उसके सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाने और उसके संपर्क में आए लोगों पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है।