लोगों की जान के साथ खिलवाड करने वाले के गिरेबान तक क्या सरकार का पहुंच सकेगा हाथ
रोजमर्रा के खाने में काम आने वाले मसाले ही अनसेफ हुए तो कैसे लोगों की सेहत ठीक रह पाएगी। ऐसा हम इसलिए कह रहे है कि पिछले दिनों प्रदेश की राजधानी जयपुर में जांच के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि जो नामचीन कम्पनिया है उनके मसाले ही अनसेफ है। बताया जा रहा है कि एमडीएच, एवरेस्ट समेत पांच कंपनियों के मसालों के सैंपल फेल हो गए हैं। इन मसालों मे कीटनाशक जरूरत (निर्धारित मात्रा) से ज्यादा मात्रा में मिला है। दरअसल, प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 मई को इन कंपनिंयों के मसालों के सैंपल लिए गए थे। इनकी रिपोर्ट फेल होने के बाद विभाग ने मसालों के स्टॉक को सीज करने का निर्णय किया है।
आखिरकार सेहत के साथ खिलवाड क्यों
मसाले बनाने वाली बड़ी कम्पनियों को केवल मुनाफे से लेना—देना है, वे नहीं चाहती कि व्यक्ति की उम्र लम्बी ओर वे सेहतमंद बने रहे। इसके लिए मसालो में मिलावट की जा रही हैं। यह मिलावट कब से हो रही है यह कहना तो अभी मुश्किल है ओर मिलावट किए हुए मसालों के पैकेट किन—किन राज्यों में सप्लाई किए गए है इस बारे में भी पता लगाया जा रहा हैं। इन मसालों की वजह से देश के लाखों नही बल्कि करोड़ो लोगों को नुकसान हो सकता है।
सैंपल में कीटनाशक की मात्रा अधिक
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों से मसालों के सैंपल लेने के लिए 8 मई को विशेष अभियान चलाया था। इस अभियान के तहत नामी कंपनियों के कुल 93 नमूने लिए थे। राज्य की सेंट्रल लैब से आई जांच रिपोर्ट में इन मसालों में पेस्टीसाइड और इंसेक्टिसाइड (कीटनाशक) की मात्रा काफी अधिक पाई गई। हालांकि, कंपनियां अब इन आरोपों को गलत बता रही हैं।
निर्धारित मात्रा से ज्यादा मिला पेस्टीसाइड
खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि जांच में एमडीएच, एवरेस्ट, श्याम, गजानंद, शीबा ताजा जैसी नामी कंपनियों के मसाले अनसेफ पाए गए हैं। एमडीएच कंपनी के गरम मसाले में एसिटामिप्रिड, थियामेथोक्साम, इमिडाक्लोप्रिड मिले हैं। सब्जी मसाला और चना मसाला में ट्राईसाइलाजोन, प्रोफिनोफोस मिले हैं।
मिलावटी मसालों से हो सकता है कैंसर
बाजारों में मिलने वाले मिलावटी मसालों से कई तरह की बिमारिया होने का खतरा पैदा हो गया हैं। इसके अलावा इन मसालों से सबसे गंभीर बिमारी कैंसर भी हो सकती हैं। ऐसे में इन मसालों के उपयोग से पहले ही इन्हे रोकने की जरूरत हैं। मसालों में मिलावट होने की बात सामने आने के बाद क्या सरकार का हाथ उन लोगों के गिरेबानों तक पहुंच पाएगा, जो कि लोगों की जान के साथ खिलवाड करने में लगे हुए हैं।