उदयपुर। प्रदेश में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। इस सीजन में पहली बार तापमान माइनस में पहुंचा है। ओस की बूंदें हों या बाल्टी में रखा पानी। तापमान गिरने के कारण पानी बर्फ बन रहा है। सीकर के फतेहपुर में बुधवार को न्यूनतम तापमान माइनस 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसी के साथ पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा फतेहपुर रहा। ऐसी ही स्थिति कुछ माउंट आबू की भी है।
इन शहरों में ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो जा रही हैं। उधर, मौसम विभाग ने 17 जिलों में बुधवार भी कोल्ड वेव चलने की चेतावनी दी है। प्रदेश में शीतलहर चलने और टेम्परेचर गिरने से सुबह-शाम ठंड परेशान करने लगी है।
मंगलवार को प्रदेश के तीन शहरों को छोड़कर शेष सभी जगहों पर मिनिमम टेम्परेचर सिंगल डिजिट में दर्ज हुआ। जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा और बीकानेर संभाग के जिलों में कोल्ड वेव का सबसे ज्यादा प्रभाव रहा। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने बुधवार को भी 17 जिलाें में, जबकि 12 और 13 दिसंबर को 15-15 जिलों में कोल्ड वेव का प्रभाव रहने की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
माइनस में आया तापमान
सीकर के फतेहपुर में बुधवार को कड़ाके की ठंड के साथ तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान माइनस में चला गया। कृषि अनुसंधान केंद्र में बुधवार को माइनस 1.0 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
इस गिरावट के कारण फतेहपुर का तापमान पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा। तापमान में गिरावट के कारण खुले आसमान के नीचे पानी की बूंदें जम जा रही हैं। खेतों की बाउंड्री पर तारों और बाहर बर्तनों में बर्फ जम गई। सर्दी से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव का सहारा लेते हुए नजर आ रहे हैं। कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र पारीक ने बताया कि दो दिन से चल रही शीतलहर के कारण तापमान में गिरावट आई है।
माउंट आबू का न्यूनतम पारा जा पहुंचा 1.4 डिग्री सेल्सियस
माउंट आबू में बुधवार को न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस (जमाव बिंदु के नजदीक) दर्ज हुआ। ये इस सीजन का यहां का सबसे कम तापमान था। सवेरे जगह-जगह फूल-पत्तियों पर बारीक ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो गई थीं। पिछले साल यहां 5 दिसंबर को इस तरह के हालात हो गए थे। बुधवार को आबू का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।