उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना को लेकर एक बार फिर अधिवक्ताओं ने हुंकार भरते हुए मेवाड़ वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के बैनर तले मौन जुलुस निकाला और राज्य सरकार के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
उदयपुर बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ता कोर्ट परिसर में इकठ्ठा हुए और इसके बाद कोर्ट चौराहे से मौन जुलुस के रूप में देहलीगेट पहुंचे। यहां से सभी अधिवक्ता जुलुस के रूप में जिला कलेक्ट्री पहुंचे। अधिवक्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए अपनी बात को सरकार तक पहुंचाने के लिए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
मौन जुलुस के दौरान अधिवक्ताओं ने संदेश दिया कि यहां पर हाईकोर्ट बैंच कितनी जरूरी हैं। ज्ञापन के बाद मेवाड़ वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति समिति के संयोजक रमेश नंदवाना ने बताया कि हाईकोर्ट बैंच की मांग 4 दशक पुरानी हैं लेकिन किसी ने इस और ध्यान नहीं दिया हैं। चाहे कांग्रेस हो या भाजपा किसी भी पार्टी ने इस मांग का खुलकर समर्थन नहीं किया हैं। इसलिए इस बार अधिवक्ता समुदाय उसी पार्टी के साथ खड़ा रहेगा जो कि इस मांग को पुरजोर तरीके से उठाने के लिए कटिबद्ध होगा। चाहे जयपुर हो दिल्ली सभी जगह पर इस मांग को पहुंचाने की जरूरत हैं।
उदयपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश मोगरा ने बताया कि सबसे पहले उदयपुर में वर्चुअल हाईकोर्ट की स्थापना हो। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के लिए कार्य शुरू किया जाए और तब तक वर्चुअल हाईकोर्ट बैंच होनी चाहिए। मोगरा ने यह भी कहा कि उड़ीसा में एक साथ 19 जिलों में वर्चुअल हाईकोर्ट बैंच चल सकती हैं तो राजस्थान में क्यों नहीं। सरकार की मंशा साफ होती है तो यहां पर हाईकोर्ट बैंच की स्थापना हो सकती हैं।