उदयपुर। लेकसिटी में मौसम ने अचानक करवट बदली। रविवार से ही मेघ लेकसिटी पर मेहरबान है और तेज व हल्की बारिश का दौर सोमवार को भी जारी रहा। तापमान गिरने से शहर में ठंड का असर देखने को मिला हैं। बारिश के चलते दो दिन में पारा लुढ़क गया। पिछले दो दिन से हो रही बारिश में सेमारी में 60, गोगुंदा में 52 और उदयपुर शहर में 36 मिलीमीटर बारिश हुई है। अधिकतम तापमान 21.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री दर्ज किया गया। दिन के पारे में 6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई हैं।
सोमवार की सुबह हल्की बारिश हुई दोपहर तक बारिश का दौर थम गया। दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सर्वाधिक सेमारी में 60, गोगुंदा में 52 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसी तरह उदयपुर शहर में 36, गोगुंदा 52, नाई 26, सेमारी 60, अलसीगढ़ 22, जयसमंद 22, केजड़ 26, कुराबड़ 38, झाड़ोल 37, ओगणा 34, खेरवाड़ा 35, ऋषभदेव 35, सलूंबर 32, कोटड़ा 30, डबोक 28, बड़गांव 28, उदयसागर 30, बावलवाड़ा 35, झल्लारा 26, नयागांव 21, कानोड़ 20, मावली 20, सराड़ा 17, वल्लभनगर 16, भींडर 14 और लसाड़िया में 14 मिलीमीटर बारिश हुई। थूर की पाल से चिकलवास पिकअप वियर में पानी की आवक बढ़ने पर जल संसाधन विभाग ने पफतहसागर में पानी लाने चिकलवास पिकअप वियर से मदार नहर में पानी डायवर्ट कर दिया है।
फतहसागर का जलस्तर वर्तमान में 13 फीट के मुकाबले 11 फीट 6 इंच है, जबकि पिछोला का जलस्तर 11 फीट के मुकाबले 9 फीट 10 इंच पर है। बारिश थमने के बाद मौसम के सुहाना होने के बाद देशी और विदेशी पर्यटकों से पर्यटन स्थल भी गुलजार हो गए। शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल फतहसागर, बॉयोलॉजिक पार्क, करणी माता, नीमच माता सहित कई पर्यटन स्थलों पर भीड़ देखी गई। फतहसागर पर कई पर्यटक बोटिंग का लुत्फ उठाते हुए नजर आए, तो कई गरमा-गरमा कॉफी और पकौड़ों का। मौसम विशेषज्ञ नरपतसिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उदयपुर सहित मेवाड़ और पूरे राजस्थान में इस वर्ष की पहली मावठ से बरसात रविवार से शुरु हुई। सोमवार, मंगलवार को भी विक्षोभ से कहीं हल्की तो कहीं अच्छी और तेज बारिश होने की संभावना हैं।
किसानों के चेहरे पर खिल उठी मुस्कान
रविवार को हुई बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल उठे है क्योंकि यह बारिश किसानों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। रविवार हुई बूंदाबांदी और बारिश से रबी की फसलों को फायदा होगा। सबसे अधिक सरसों की फसल को मिलेगा। इस बार सीजन में बारिश कम होने से रबी की फसलों को पानी की सख्त जरुरत है और कुओं, ट्यूबवेलों में पानी अब कम पड़ने लगा हैं। ऐसे में यह बारिश किसानों के लिए बेहद फायदेमंद होगी।
बेसौमस बारिश का असर शादियों पर
शहर में शादियों का सीजन चल रहा हैं, ऐसे में बैमौसम हुई बारिश से शादियों पर इसका असर देखने को मिला हैं। तेज बारिश होने के कारण लोगों ने भागदौड़ में इंतजाम किए। रविवार को हुई बारिश से शहर के वाटिका और शादी समारोह स्थल पानी से तरबतर हो गए ऐसे में कई जगह व्यवस्थाएं नहीं संभल पाई।