उदयपुर। इजरायल-हमास के बीच युद्ध शुरु होने के दौरान सोने-चांदी के कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी लेकिन अब धनतेरस के मौके पर कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही हैं। पिछले दो दिनों से सोने और चांदी की कीमतों में तेजी से कमी देखी जा रही हैं। धनतेरस का त्यौहार 10 नवंबर को हैं इस दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता हैं। अभी तक भाव में 500 रुपए तोला की कमी हुई हैं।
7 नवंबर को सर्राफा बाजारों में 23 कैरेट सोना 59810 रुपए प्रति 10 ग्राम हैं पहले इसकी कीमत 62300 रुपए प्रति ग्राम थी। इसके अलावा चांदी के दाम में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली। चांदी 72330 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई हैं। इससे पहले ये 73410 रुपए प्रति किलो पर थी। इस बार धनतेरस पर 100 करोड़ से ऊपर का मार्केट होने की संभावना जताई जा रही हैं।
सोने-चांदी की कीमत फिर से बढ़ न जाए इसलिए एंडवास में पेमेंट दे रहे ग्राहक
10 नवंबर को धनतेरस का त्यौहार मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन जो भी खरीदा जाता है लाभकारी होता हैं। इस दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ माना जाता हैं। सोने और चांदी में ग्राहकों को जैसे ही गिरावट देखने को मिली है वैसे ही ग्राहको ने एंडवास पेमेंट करना शुरु कर दिया हैं। सर्राफा व्यवसायी इंद्र सिंह मेहता ने बताया कि सोने और चांदी के भाव कम होने के कारण बाजारों में फिर से रौनक लौट आई हैं। इजरायल और हमास युद्ध के कारण भाव बढ़ गए थे। ग्राहकों को इंतजार था कि धनतेरस से पहले भाव में कमी हो अब लगातार भावों में कमी देखने को मिल रही हैं।
इस बार संभावना है कि 100 करोड़ रुपए से ऊपर का मार्केट होगा। कीमत कम होने के कारण ग्राहक एंजवास में पेमेंट देकर जा रहे हैं। सभी दुकानों पर ग्राहकों की भारी संख्या देखने को मिल रही हैं। मार्केट भी फिर से पटरी पर आ गया हैं। उन्होंने बताया कि बसंत पंचमी और आखातीज में जिस तरह किसी अबूझ मुहूर्त की जरुरत नहीं होती है ठीक उसी तरह धनतेरस पर खरीददारी करने के लिए किसी मुहूर्त की जरुरत नहीं होती हैं। वहीं इस बार चांदी में सबसे ज्यादा बर्तनों की डिमांड बढ़ी हैं। चांदी के बर्तनों में गिलास, मूर्तियां, फ्रेम, थालियां और कटोरी की सबसे ज्या ब्रिकी हुई हैं। वहीं ग्राहको की तरफ से भी खरीददारी को लेकर अच्छे रुझान आ रहे हैं।