उदयपुर। जिले के वल्लभनगर थाना क्षेत्र में रहने वाला एक युवक दुबई काम करने गया था, जिसे वां पर कुछ लोगों ने बंधक बना लिया और लाखों रूपए फिरौती मांगी, जिस पर परिजनों ने देश के रेलमंत्री से सम्पर्क किया और अपहृत युवक को आजाद करवाने की गुहार लगाई। रेलमंत्री के अथक प्रयासों के बाद दुबई में बंधक बने इस युवक को छुड़वाया, जो बुधवार को अपने गांव पहुँचा, जिसे देखकर परिजनों ने राहत की सांस ली।
पुलिस के अनुसार पवन पुत्र उंकार दास वैष्णव निवासी सियाखेड़ी वल्लभनगर को काम की आवश्यकता थी, जिस पर गांव के पास ही प्रकाश रावत निवासी नवानिया व्ल्लभनगर, हेमन्त वैष्णव निवासी नवानिया वल्लभनगर ने अपने साथ दुबई में नौकरी दिलाने का कहकर अपने साथ दुबई लेकर गए। जहां पर तीन-चार दिन तक नौकरी की और इसके बाद पवन को दुबई में ही श्रीलंका का एक युवक मिला और वह पवन को अपने साथ अच्छा पैसा दिलाने का झांसा देकर ले गया।
परिजनों की पवन से लगातार फोन पर बात हो रही थी, पर अचानक से 18 सितम्बर पवन से सम्पर्क बंद हो गया। पवन को श्रीलंका सहित वहां पर रह रहे बांग्लादेश सहित तीन-चार युवकों ने वहीं पर बंधक बना लिया और 21 सितम्बर को सुबह करीब 1 बजे पवन के भाई जगदीश वैष्णव के वाट्सअप पर पवन वैष्णव का वॉटसअप कॉल आया, जिसमें बात करने वाले व्यक्ति ने उसके भाई जगदीश वैष्णव को बताया कि पवन ने यहां दुबई में हमारे ऑफिस गेम खेला है और उसमें वह 7 लाख रूपये हार गया है और उसके बाद उसने बोला कि वह उसे एक-दो घंटे में पैसा ट्रांसफर कर दो। जगदीश वैष्णव ने पैसा देने से इंकार कर दिया।
22 सितम्बर को फोन कर पैसों की व्यवस्था करने के लिए कहा। बाद मे फिर से फोन कर 10 लाख रूपए मागे और एक खाता नम्बर भेजकर इस खाते में पैसा ट्रांसफर करवाने के लिए कहा। इसके बाद पवन की बात उसके भाईयों से करवाते और पवन अपने भाईयों से बार-बार पैसा डालने के लिए कहता, ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देते। भाई को विदेश में असामाजिक तत्वों के बीच फंसा देखकर जगदीश वैष्णव ने भाजपा किसान मोर्चा के जिला मंत्री सुरेश वैष्णव से सम्पर्क किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पंकज वैष्णव के परिजनों को लेकर सुरेश वैष्णव दिल्ली गए और वहां पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के कार्यालय में जाकर सारी जानकारी दी।
इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, सांसद व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के कार्यालय में भी जाकर गुहार लगाई। केन्द्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मामले को गंभीरता से लिया और लगातार इस मामले को फॉलोअप किया। दुबई दूतावास में सारी जानकारी भेजी। लगातार फॉलो अप के बाद दुबई प्रशासन ने पवन वैष्णव को आजाद करवाया और उसे दुुबई से अहमदाबाद की फ्लाईट भेजा। अहमदाबाद परिजन गए और पवन को गांव लेकर आए। पवन वैष्णव को सुरक्षित देखकर परिजनों की आंखे भर आई।