उदयपुर। प्रतापनगर थानाधिकारी और अधिवक्ताओं के बीच चल रहे विवाद को लेकर मंगलवार को एसपी कार्यालय में अधिवक्ताओं और पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें प्रतापनगर थानाधिकारी को फिर से एपीओ कर एसपी ऑफिस अटैच कर दिया। इसके साथ ही इस प्रकरण की जांच एएसपी सिटी लोकेन्द्र दादरवाल व डिप्टी चांदमल करेंगे। इस पर चार अधिवक्ताओं की एक कमेटी निगरानी रखेगी।
जानकारी के अनुसार वीआईपी ड्यूटी के दौरान प्रतापनगर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने एक अधिवक्ता कमलेश सालवी के साथ मारपीट कर दी थी। जिस पर अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया था। बाद में पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने प्रतापनगर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत को एसपी ऑफिस अटैच कर जांच के आदेश दिए थे। इधर कुछ दिनों से राजावत ने फिर से प्रतापनगर थानाधिकारी के रूप में ज्वाईन कर लिया था। इसका जब अधिवक्ताओं को पता चला तो उन्होंने सोमवार को प्रदर्शन किया था।
अधिवक्ताओं ने थानाधिकारी को लाइन हाजिर करने की मांग की। बार अध्यक्ष राकेश मोगरा ने एसपी से फोन पर बात कर मंगलवार दोपहर 1 बजे तक लाइन हाजिर करने का अल्टीमेटम दिया। नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस पर मंगलवार को एसप ऑफिस में एसपी भुवनभूषण यादव की उपस्थिति में अधिवक्ताओं व पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में अधिवक्ताओं ने थानाधिकारी को हटाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि राजावत के खिलाफ जांच चल रही है और वह खुद थानाधिकारी हैै। ऐसे में जांच प्रभावित हो रही है। इस पर तय किया गया कि जांच होने तक प्रतापनगर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत को फिर से एपीओ कर एसपी ऑफिस अटैच कर दिया। इसके साथ ही इस मामले की जांच एएसपी सिटी लोकेन्द्र कुमार दादरवाल, डिप्टी चांदमल सिंगारिया करेंगे।
इसके उपर बार अध्यक्ष राकेश मोगरा, पूर्व अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल, रामकृपा शर्मा, भरत जोशी की टीम मॉनिटरिंग करेंगी। बैठक के दौरान तीनों एएसपी, सभी डिप्टी और शहर के अधिकांश थानाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान अधिवक्ताओं की ओर से पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र औदिच्य, रमेश नंदवाना, भरत वैष्णव, शंभू सिंह राठौड़, प्रफुल्ल करणपुरिया, योगेेन्द्र दशोरा, चेतन प्रकाश पालीवाल सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद है।