जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मे विगत बरसों में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में कार्यवाही के नाम पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए 25 अगस्त से धरने पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता युनुस चौपदार का धरना अभी भी जारी है। अनशन के 8 दिन पुरे होने और किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने पर युनुस चौपदार को मजबूरन दूसरा रास्ता अपनाना पढ़ रहा हैं।सामाजिक कार्यकर्ता युनुस चौपदार कल यानी 27 सितंबर से अर्धनग्न होकर अनशन करेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता युनुस चौपदार ने बताया कि टीएडी के विभिन्न घोटालों को लेकर जारी मेरे अनशन को आज 8 दिन हो गये है लेकिन अभी तक विभाग सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दे रहा है। यह सारे घोटाले मंत्री के दबाव मे हुए एवं इसका सबसे बडा हिस्सा मंत्री बामणिया को मिला। विभाग के सभी लोग मंत्री अर्जुन बामणिया के दबाव मे हैं और मंत्री द्वारा घोटालेबाजों पर कार्यवाही नही करने का दबाव बनाया जा रहा है। जांच के नाम पर लिपापोती का प्रयास किया जा रहा है। विभाग की हठधर्मिता के खिलाफ मैं अनशन के 10 वें दिन 27 सितंबर से अर्धनग्न अवस्था में अनशन करूंगा। इसके बाद 2 अक्टूबर से मेरी पत्नी व 2 साल का बेटा भी अनशनस्थल पर धरना देंगे।
आपको बता दे कि यूनुस चोपदार ने मंत्री व आयुक्त पर मिलीभगत के आरोप लगाए है। यूनुस चोपदार ने जनजाति विभाग के हॉस्टलों में फर्नीचर सप्लाई के 10 करोड़ रुपये के टेंडर में घपले का आरोप लगाया है।