राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव के टलने के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार छात्रों के निशाने पर हैं लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गहलोत के इस फैसले का स्वागत किया हैं। खेडा ने जयपुर में प्रेसवार्ता के दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर दुष्कर्म जैसी घटनाओं में शामिल होने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
उनके राजस्थान से चुनाव लड़ने के सवाल पर पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने मुझे जो काम दिया हैं, उससे मैं सतुंष्ट हूं और मै उस काम कोे बखूबी तरीके से पूरा कर रहा हूं। फिलहाल ऐसी कोई नियत नहीं है कि राजस्थान या फिर उदयपुर से चुनाव लडा जाए। उन्होंने कहा कि जो कार्यकर्ता 20—25 सालों से मेहनत कर रहे हैं उनका हक बनता है टिकट पर। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि वे उदयपुर के रहने वाले हैं लेकिन उदयपुर में सक्रिय राजनिति में नहीं होने से मेरा कोई हक नहीं बनता हैं।
आपको बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे गुलाबचंद कटारिया को असम के राज्यपाल बनाए जाने के बाद उदयपुर विधानसभा सीट खाली हो गई। इससे इस सीट पर अब कांग्रेस और भाजपा दोनों की नजरें इस सीट पर हैं। पवन खेड़ा भी उदयपुर के रहने वाले हैं। ऐसे में संशय है कि कांग्रेस उन्हें यहां से चुनावी मैदान में उतार सकती है।