उदयपुर। शहर के समीप नाई थाना क्षेत्र में एक फार्म हाउस में खेती करने वाले एक परिवार में एक महिला और बेटे को सांप ने काट लिया, जिससे बेटे की मौत हो गई। मृतक के मुआवजे की मांग को लेकर करणी सेना ने आक्रोश जताया और शव को फार्म हाउस के घर पर जलाने की चेतावनी दी। बाद में फार्म हाउस मालिक और परिजनों के बीच वार्ता हुई और जिसमें मुआवजा राशी तय होने पर मामला निपटा।
पुलिस के अनुसार चौकडिया में निर्मल भंडारी का फार्म हाउस है। यहां पर छाणी गोगुन्दा निवासी जालमसिंह अपनी पत्नी फूलां कुँवर और बच्चे जिवेन्द्र सिंह के साथ यहीं पर बने एक कमरे में रहता है और वहीं पर खेती करता है। 21 को बारिश और उमस के बीच यह कमरे का दरवाजा खोलकर सो रहे थे। रात्रि को सांप ने बच्चे जिवेन्द्र सिंह (6) और इसकी मां फूलांकुंवर को डस लिया। बच्चे के रोने पर जालम सिंह उठा तो एक सांप को जाते हुए देखा।
इस पर वह तत्काल मां-बेटे को एमबी चिकित्सालय लेकर आया और भर्ती करवाया गया, जहां पर उपचार के दौरान जिवेन्द्र सिंह की मौत हो गई। मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाया और पुलिस को सूचना दी। इधर मृतक के परिजनों का आरोप है कि फार्म हाउस मालिक उस पर शव ले जाने और अंतिम संस्कार करने का दबाव बना रहा है। इस पर किसी ने करणी सेना को सूचित कर दिया।
सूचना पर दर्जनों की संख्या में करणी सेना के पदाधिकारी मोर्चरी पहुंचे और फार्म हाउस मालिक को बुलाने व परिवार को मुआवजा दिलवाने की मांग पर अड़ गए। इधर फार्म हाउस मालिक ने आने से इंकार कर दिया तो करणी सेना ने आक्रोश जताया। जालम सिंह के भाई का कहना है जिस दिन सांप ने काटा था तो उसके भाई ने सेठ को फोन बताया था तो सेठ ने आने से इंकार कर दिया, उसके भाई ने जैसे-तैसे कर पत्नी और बच्चे को चिकित्सालय भर्ती करवाया।
तीन दिनों में निर्मल भंडारी मिलने तक नहीं आया और बच्चे की मौत होने पर शव ले जाने का दबाव बना रहा है। करणी सेना ने चेतावनी दी कि यदि मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलता है तो वे शव को फार्म हाउस के आंगन में जलाएंगे। हंगामा होते हुए देखकर थानाधिकारी श्याम सिंह रत्नू आए और उन्होंने बात की। पर परिजन और करणी सेना के लोग फार्म हाउस के मालिक को बुलाने पर अड़ गए। बाद में पुलिस ने फार्म हाउस मालिक को बुलाया। फार्म हाउस का मालिक आया और परिजनों से वार्ता की। दोनों के बीच में आपस में समझौता होने के बाद परिजन माने। इस पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द किया और प्रकरण दर्ज किया।