उदयपुर शहर के समीप कानपुर में बनने वाले क्रिकेट स्टेडियम की जमीन पर बुधवार को यूआईटी की टीम ने कार्यवाही करते हुए करीब 15 मकानों पर बुलडोजर चलाया। यूआईटी की इस कार्यवाही से वहां रह रहे आदिवासी लोगों को रो—रोकर बुरा हाल है, वहीं इन आदिवासियों का हाल जानने विधायक फूल सिंह मीणा मौके पर पहुंचे और मीणा ने मौके पर जिला कलेक्टर से बात करते हुए इनकी समस्या को उनके सामने रखा। मीणा ने आदिवासियों को उनका हक दिलाने की बात कही।
यूआईटी ने बिना किसी नोटिस के कार्यवाही को दिया अंजाम
नगर विकास प्रन्यास के अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही को अंजाम दिया। इस कार्यवाही के दौरान यूआईटी का पूरा लवाजमा मौजूद रहा। आपको बता दे कि यूआईटी ने जहां पर कार्यवाही की है वहां पर आरसीए की और किक्रेट मैदान बनना प्रस्तावित है। हालांकि वहां पर काबिज लोगों की माने तो वह पीढी दर पीढी वहां पर रहते आए है और यूआईटी ने बिना किसी नोटिस के कार्यवाही को अंजाम दिया है। इसके अलावा कुछ मकान तो ऐसे थे जिनमे रहने वाले लोग शादी सहित मांगलिक कार्यो के लिए बाहर गए हुए थे और यूआईटी ने पीछे से कार्यवाही उन्हे बेघर कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा मौके पर पहुंचे और मीणा ने आदिवासियों ने बातचीत की। उन्होंने लोगों का दुख दर्द समझते हुए कलेक्टर से इस मामले में बातचीत की है। कलेक्टर ने भी यूआईटी के अधिकारियों से सारी जानकारी जुटाई है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि यूआईटी ने जिन लोगों को बेघर किया है उनको कोई जमीन दी जाती है या वे क्रिकेट स्टेडियम की भेंट चढ जाते है।