उदयपुर। प्रदेश की भजनलाल सरकार द्वारा अनाज मंडी में लगाए गए यूजर टैक्स का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। शुक्रवार को आंदोलन का तीसरा दिन था, जिसके चलते उदयपुर की प्रमुख अनाज मंडी बंद रही। इस दौरान व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और यूजर टैक्स को तत्काल हटाने की मांग की। दाल-चावल व्यापार संघ के महामंत्री राजकुमार चित्तौड़ा ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मंडी पूरी तरह ठप है।

इस वजह से अब तक 200 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार प्रभावित हो चुका है। चित्तौड़ा ने कहा कि सरकार की इस नीति से न केवल व्यापारी बल्कि आम उपभोक्ता भी प्रभावित हो रहा है, क्योंकि मंडी बंद होने से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो रही है। व्यापारियों का आरोप है कि सरकार मंडी में कारोबार करने वाले व्यापारियों पर यूजर टैक्स लागू कर भेदभाव कर रही है। वहीं, मॉल और मंडी के बाहर व्यापार करने वाले छोटे-बड़े दुकानदारों को इस टैक्स से छूट दी गई है।
व्यापार संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार व्यापारी वर्ग के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, जबकि यही वर्ग राज्य की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देता है। व्यापार संघ का कहना है कि व्यापारी वर्ग जब तक बहुत अधिक परेशान नहीं होता, तब तक इस तरह के आंदोलन का सहारा नहीं लेता। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। इसी के साथ शुक्रवार को व्यापारियों ने मंडी परिसर में सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन भी किया, ताकि सरकार को सही निर्णय लेने की प्रेरणा मिले। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आंदोलन और व्यापक स्तर पर किया जाएगा।