झीलों के शहर की लाइफलाइन फतहसागर झील में पानी की आवक अब मदार नहर से शुरू हो सकती है। मदार छोटा तालाब सोमवार शाम को छलक गया हालांकि इस पर पानी की रपट बहुत ही कम फ्लो के साथ चल रही है ऐसे में यह पानी तो फतहसागर नहीं पहुंच पाएगा लेकिन इसके भरने से अब मदार नहर से भी आवक जल्द शुरू होने की उम्मीद जग गई है। इधर, शहर के कुछ क्षेत्रों में खण्ड वर्षा के रूप में बारिश हुई। दिनभर भारी उमस ने लोगों को बेहाल किया।

फतहसागर झील मेें 11 फीट क्षमता के करीब सीसारमा नदी से हो रही आवक के चलते लिंक नहर के जरिए पानी दिया गया और अब मदार नहर के चलने की उम्मीदें जग गई है क्योंकि इस नहर को चलाने वाला मदार छोटा तालाब छलक गया है। हालांकि 24 फीट क्षमता वाला मदार बड़ा तालाब अब भी तीन फीट खाली है ऐसे में इसके छलकने के बाद मदार नहर का फ्लो तेज हो जाएगा। मदार छोटा के आज शाम छलकने के बाद उसकी रपट से पानी बहने लगा लेकिन पानी का फ्लो तेज नहीं है। फतहसागर झील दो फीट 8 इंच खाली है और संभवतः जल्द ही इसके छलकने की सौगात शहरवासियों को मिल सकती है। वहीं पीछोला झील के लबालब होने के बाद स्वरूपसागर के चारों गेट दूसरे दिन भी तीन-तीन इंच खुले रहे और सीसारमा से जब तक आवक होती रहेगी इस पर चादर चलती रहेगी। सीसारमा का वेग बढने पर इसके गेट और ज्यादा भी खोले जा सकते है।